(देवेंदर शर्मा): हरियाणा प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों के एमबीबीएस के छात्र सरकार की सर्विस बॉन्ड पॉलिसी के विरोध में पिछले 7 दिनों से धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। रोहतक स्थित पंडित बीडी शर्मा मेडिकल कॉलेज के छात्रों का धरने प्रदर्शन का आज आठवां दिन है। प्रदेश में एमबीबीएस विद्यार्थियों के विरोध के चलते राज्य सरकार ने अब बांड पॉलिसी में संशोधन कर दिया है। अब एडमिशन के समय किसी भी बाड राशि का भुगतान नहीं करना होगा। अगर विद्यार्थी चयनित होने पर हरियाणा सरकार में सेवा को विकल्प नहीं चुनते हैं तो यह बांड एमबीबीएस पाठ्यक्रम के अंत में लागू किया जाएगा। वहीं, आंदोलन कर रहे एमबीबीए विद्यार्थियों ने सरकार के इस संशोधन को नकार दिया है और आंदोलन जारी रखने का ऐलान किया है।
राज्य सरकार की ओर से बांड पॉलिसी में किए गए संशोधन के मुताबिक एडमिशन के समय त्रिपक्षीय बांड भरना होगा। गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज में एडमिशन के लिए बांड राशि 36 लाख 40 हजार 636 और गवर्नमेंट एडिड मेडिकल कॉलेज में एडमिशन के लिए 32 लाख 80 हजार रूपए का बांड भरना होगा। हालांकि यह बांड तभी लागू होगा। अगर एमबीबीएस कोर्स पूरा होने के बाद विद्यार्थी सरकारी नौकरी ज्वाइन नहीं करते। एडमिशन के समय कोई बांड नहीं होगा।
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लेकिन धरना दे रहे छात्रों ने सरकार के संशोधन को मानने से यह कहते हुए इनकार कर दिया कि सर्विस बॉन्ड पॉलिसी छात्रों की चॉइस का हनन है। डिग्री करने के बाद छात्र अपनी मर्जी से कहीं जाना चाहते हैं तो बांड पॉलिसी उसमें बाधा बनती है। अगर सरकार हरियाणा प्रदेश में सर्विस बॉन्ड पॉलिसी लागू ही करना चाहती है तो वह1 या 2 वर्ष के लिए बांड भरने के लिए तैयार हैं। उनका कहना है सरकार या तो उनकी बात माने अन्यथा उनका धरना प्रदर्शन जारी रहेगा अगर जरूरत पड़ी तो छात्र अदालत की शरण में भी जा सकते हैं।