Study Of Thunderstorm: वायु प्रदूषण आज के समय में सबसे बड़ी समस्या बनी हुई है। आज हमें अगर थोड़ी भी दूर जाना हो तो हम गाड़ी से जाते हैं। हमारे लिए भले ही ये एक सुविधा है लेकिन हमारे पर्यावरण के लिए उतनी ही खतरनाक है। जगह-जगह बहुत सारी फैक्ट्रियां आज लोगों के लिए रोजगार का बेहतर माध्यम बन रही है लेकिन उनसे निकलने वाला धुआं भी वायु प्रदूषण का एक कारण है। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि वायु प्रदूषण बिजली कड़कने और गिरने का सबसे बड़ा कारण हैं।
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बता दें कि अगर आपके वहां ज्यादा बिजली कड़कती है और बार-बार गिर रही है तो आपके शहर में बहुत ज्यादा वायु प्रदूषण है। अमेरिका में हुई एक स्टडी में पता चला है कि जिस जगह पर ज्यादा वायु प्रदूषण होता है उस जगह पर बिजली कड़कने और गिरने के आसार अधिक होते हैं। अमेरिकी वैज्ञानिकों ने लगभग 12 साल में आए थंडरस्टॉर्म की स्टडी की और उसमें पता चला कि इन 12 सालों में 5 लाख से भी अधिक थंडरस्टॉर्म आए और इन थंडरस्टॉर्म की वजह से कई जगहों पर बिजली गिरी।
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किस वजह से आए हैं थंडरस्टॉर्म? थंडरस्टॉर्म की सबसे बड़ी वजह वायु प्रदूषण है। थंडरस्टॉर्म में एयरोसोल होता है ये वो छोटे-छोटे कण होते हैं जो वायु प्रदूषण की वजह से बढ़ते हैं। एयरोसोल और बिजली गिरने को लेकर पहले भी कई स्टडी की गई हैं लेकिन उनमें सही से जानकारी नहीं मिली। इस बार 12 सालों के वायु और मौसम की रिसर्च कर एक डिटेल रिपोर्ट तैयार की गई है जिसमें वायुमंडल में मौजूद फैक्टर्स पर भी शोध किया गया। ये वही फैक्टर्स हैं जो आसमान से बिजली पैदा करने, कड़कने और गिरने में मदद करते हैं।
दरअसल जब भी किसी शहर में ज्यादा नमी पड़ती है या फिर उस जगह का तापमान बढ़ता है तो वायु प्रदूषण भी बढ़ता है। वायु प्रदूषण के बढ़ने के कारण ही बिजली गिरने का खतरा अधिक बढ़ जाता है। मौसम के बदलते मिजाज में भी वायु प्रदूषण का बहुत बड़ा हाथ है। अमेरिका के वैज्ञानिकों द्वारा की गई इस रिसर्च में जो साबित हुआ है वह केवल अमेरिका में नहीं हो रहा हैं। वायु प्रदूषण के कारण हो रहा थंडरस्टॉर्म हर देश में देखने को मिल रहा है।
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