प्रदीप कुमार – संसद की कार्यवाही आज लगातार पांचवें दिन भी हंगामे की भेंट चढ़ गई।सत्ता पक्ष ने राहुल गांधी से माफी की मांग जारी रखी। वहीं विपक्षी नेताओं ने संसद भवन परिसर में प्रदर्शन कर अडानी मामले में जेपीसी की मांग जारी रखी है। विदेश में राहुल गांधी द्वारा दिए गए बयान को लेकर उनकी माफी और अडानी पर हुए खुलासे की जांच के लिए जेपीसी गठन की मांग को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जारी गतिरोध आज भी जारी रहा। इसके बाद दोनों सदनों की कार्यवाही को सोमवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया लेकिन इस बीच लोक सभा के लाइव प्रसारण में एक अजीब सी घटना हुई।
लोक सभा की कार्यवाही शुरू होने के एक मिनट बाद ही संसद टीवी पर लोक सभा के लाइव प्रसारण की आवाज गायब हो गई यानी ऑडियो गुल हो गया। बीच मे ऑडियो वापस आया तो कांग्रेस सांसदों की नारेबाजी की आवाज भी सुनाई दी। इसके बाद ऑडियो फिर गायब हो गया और जब ऑडियो वापस आया तो उस समय लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला सांसदों से सदन चलने देने का आग्रह करते हुए यह कहते सुनाई दिए कि सांसदों को सदन में नारेबाजी करने के लिए नहीं बल्कि सदन को चलने देने के लिए भेजा गया है।
स्पीकर बिरला यह कहते हुए सुनाई दिए कि अगर हाउस ऑर्डर में रहेगा तो वह सब को बोलने का मौका देंगे लेकिन इस तरह से किसी को मौका नहीं मिलेगा। स्पीकर बिरला की नसीहत और चेतावनी के बावजूद सदन में हंगामा और नारेबाजी जारी रहा और इसके बाद स्पीकर बिरला सदन की कार्रवाही को सोमवार तक स्थगित करने की घोषणा करते सुनाई दिए। संसद की कार्यवाही स्थगित हुई तो विपक्ष के नेताओं ने संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के सामने अडानी मामले में जेपीसी जांच की मांग को लेकर नारेबाजी और विरोध प्रदर्शन किया।
कांग्रेस सांसद और यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी भी विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए। इस बीच खबर आयी कि कांग्रेस सांसद के.सी. वेणुगोपाल ने कांग्रेस नेताओं सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी के लिए राज्यसभा में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस पेश किया । संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नौ फरवरी को राज्यसभा में गांधी परिवार पर नेहरू उपनाम का इस्तेमाल नहीं करने को लेकर हमला बोला था।
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केसी वेणुगोपाल के नोटिस में कहा गया है कि प्रथमदृष्टया उपहासपूर्ण तरीके से की गई टिप्पणी न केवल अपमानजनक है। बल्कि नेहरू परिवार,विशेष रूप से गांधी परिवार के लिए अपमानजनक और मानहानिकारक भी है। इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने केंद्र में सत्तारूढ़ बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि जिन्होंने आजादी की लड़ाई में रत्ती भर भी योगदान नहीं दिया, वो असली राष्ट्रद्रोही हैं। बहरहाल संसद में लगातार गतिरोध बना हुआ है और बजट सत्र के दूसरे चरण का पहला हफ्ता हंगामे की भेंट चढ़ गया है।