Tripura: त्रिपुरा (Tripura) के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने शनिवार को कहा कि राज्य सरकार लोकसभा चुनाव के बाद लेफ्ट और कांग्रेस सरकार के दौरान हुई कथित राजनैतिक हत्याओं से जुड़े मामलों को फिर से खोलने पर विचार कर रही है। पश्चिम त्रिपुरा लोकसभा क्षेत्र में मणिक साहा ने कहा कि कानूनी विशेषज्ञों से सलाह ली जा रही है और राजनैतिक हत्याओं के मामलों को फिर से खोलने की योजना पर काम चल रहा है।
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मणिक साहा ने कहा कि तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री बिमल साहा, विधायक मधुसूदन साहा की हत्या कर दी गई, परिमल साहा की हत्या कर दी गई। 1993 से 2018 तक वामपंथी शासन और 1988 से 1993 तक कांग्रेस-त्रिपुरा उपजति जुबा समिति (टीयूजेएस) गठबंधन सरकार के पांच साल के शासन के दौरान हत्या की कई घटनाएं हुईं।
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त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने कहा कि हम वाम मोर्चा और कांग्रेस सरकार के दौरान कथित तौर पर की गई राजनैतिक हत्याओं से संबंधित मामलों को फिर से खोलने पर विचार कर रहे हैं। कानूनी विशेषज्ञों से सलाह ली जा रही है और लोकसभा चुनावों के बाद त्रिपुरा में राजनैतिक हत्याओं के मामलों को फिर से खोलने की योजना पर काम चल रहा है। तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री बिमल साहा, विधायक मधुसूदन साहा की हत्या कर दी गई। वे कहते रहते हैं कि यहां कोई लोकतंत्र नहीं है। ये खून-खराबा, आतंक ये कम्युनिस्टों की नीति है। कांग्रेस और सीपीआईएम लोकतंत्र की आड़ में हिंसा का प्रचार कर रहे हैं.. क्या दुनिया में कम्युनिस्टों की तरफ से शासित देशों में लोकतंत्र है?
वे समाजवाद चिल्लाते रहते हैं लेकिन वे समाज के सबसे बड़े दुश्मन बन गए हैं। हमने देखा है कि वे मालिकों और मजदूरों के बीच टकराव पैदा करने के लिए फूट डालो और राज करो की नीति का इस्तेमाल कैसे कर रहे हैं।