भारतीय नौसेना की लेफ्टिनेंट कमांडर दिलना के. और लेफ्टिनेंट कमांडर रूपा ए. ने नाविक सागर परिक्रमा II अभियान के तीसरे चरण में इतिहास रच दिया है। उन्होंने मूसलाधार बारिश और सागर की ऊंची-ऊंची लहरों से जूझते हुए अमेरिका के दक्षिणी सिरे पर स्थित ‘केप हॉर्न’ को पार कर ये चुनौतीपूर्ण लक्ष्य हासिल किया है।
Read Also: अनिद्रा दूर करने के लिए दवाओं का न लें सहारा, डॉक्टरों ने जीवन शैली को बदलने की दी सलाह
आपको बता दें, जांबाज महिला अधिकारियों ने आईएनएसवी तारिणी पर सवार होकर दक्षिण अमेरिका के दक्षिणी सिरे पर केप हॉर्न को पार किया। उन्होंने मूसलाधार बारिश, 40 नॉट्स (लगभग 75 किमी/घंटा) की हवा और पांच मीटर से ज्यादा ऊंची लहरों के बीच ये चुनौतीपूर्ण सफर पूरा किया।
केप हॉर्न ड्रेक पैसेज से होकर गुजरता है, जो एक खतरनाक जलमार्ग है। यहां तेज हवाएं, ऊंची लहरें और मौसम खराब होने जैसे हालात रहते हैं। इस जगह के मुश्किल हालात सबसे अनुभवी नाविकों की भी परीक्षा लेते हैं। ड्रेक पैसेज का नाम अंग्रेजी खोजकर्ता सर फ्रांसिस ड्रेक के नाम पर रखा गया है। इन्होंने दक्षिण अमेरिका के दक्षिण में खुले समुद्री मार्ग के अस्तित्व की पुष्टि की थी।
Read Also: New Delhi Railway Station Stampede: नई दिल्ली रेलवे स्टेशन भगदड़ में घायलों का एलएनजेपी अस्पताल में इलाज जारी, सुरक्षा बल तैनात
इन जलक्षेत्रों में साहसपूर्वक पार करने के बाद, अधिकारियों ने अब अपने लिए “केप हॉर्नर्स” की प्रतिष्ठित उपाधि अर्जित कर ली है। ये पदनाम पारंपरिक रूप से नाविकों के उस एलिट समूह को दिया जाता है, जिन्होंने पाल के सहारे केप हॉर्न को सफलतापूर्वक पार किया हो।