केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा है कि विपक्षी गुट इंडिया को गंभीरता से लेने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि जनता चाहती है कि देश पीएम मोदी के नेतृत्व में आगे बढ़े।जितेंद्र सिंह ने कहा कि आने वाले लोकसभा चुनावों में बीजेपी के लिए कोई भी पार्टी चुनौती नहीं है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि पिछली सरकारों ने तुष्टिकरण की राजनीति की वजह से जम्मू कश्मीर को विकास से दूर रखा।जितेंद्र सिंह ने कहा कि पिछले साल एक करोड़ से ज्यादा सैलानी जम्मू कश्मीर पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए हुए है क्योंकि जम्मू कश्मीर में आतंकवाद में कमी आई है।
जम्मू कश्मीर में चुनाव को लेकर विपक्ष की तरफ से पूछे जा रहे सवाल पर जितेंद्र सिंह ने कहा कि पीएम मोदी कई बार साफ कर चुके हैं कि जम्मू कश्मीर में सही समय पर चुनाव होंगे। विपक्ष का कहना था कि बीजेपी जम्मू कश्मीर में चुनाव कराने में डर रही है।चुनाव पर सुप्रीम कोर्ट के नियम का हवाला देते हुए जितेंद्र सिंह ने कहा कि अब सुप्रीम कोर्ट ने भी आदेश दे दिया है कि सितंबर तक जम्मू-कश्मीर में चुनाव कराए जाएं।उन्होंने कहा कि बीजेपी चुनाव से नहीं भागती है और चुनाव आयोग जब भी फैसला करेगा, पार्टी चुनाव के लिए तैयार है।
राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ पर जितेंद्र सिंह ने कहा कि राहुल गांधी ने पहले भी दक्षिण से उत्तर की यात्रा की थी लेकिन उसका फायदा उन्हें नहीं मिला।जितेंद्र सिंह ने कहा कि राहुल गांधी ने यात्रा शुरू करने से पहले अगर इसके असर के बारे में सोचा होता तो बेहतर होता। उन्होंने कहा कि अब वे पश्चिम से पूर्व की तरफ जा रहे हैं। लेकिन अगर वे बीजेपी के काम करने के तरीके को अपना रहे हैं तो ये बीजेपी के लिए तारीफ की बात है।
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केंद्रीय मंत्री जितेंद्र ने कहा कि जहां तक गगनयान का संबंध है हमारी तो कल्पना ये थी की जब आजादी के 75 साल पूरे होते हैं तभी इस मिशन को लॉन्च किया जाएगा लेकिन जैसा कि सौभाविक है आप सभी जानते हैं कि कोविड के कारण सारा विलंब हो गया और वास्तविकता ये है कि जब लॉकडाउन हुआ तो उस समय हमारे कुछ वैज्ञानिक परीक्षण प्राप्त कर रहे थे रूस में उनको भी वापिस लौटना पड़ा। तो ये सारा टाइमलाइन हमारी थोड़ी सी आगे चली गई। अब जो हमने शेड्यूल बनाया है। उसके अनुसार गगनयान लगभग 2025 के हो सकता है पहले हिस्से में ही उसकी लॉन्चिंग हो जाए। उससे पहले कुछ टेस्ट करने पड़ते हैं हमें क्योंकि आप इस बात को तो समझेंगे कि जिस प्रकार से एक मानव को अंतरिक्ष में भेजना एक बड़ा महात्वपूर्ण कार्य है उतना ही महत्वपूर्ण उतना ही अनिवार्य है उसको सुरक्षित वापिस लाया जाए। तो अलग-अलग उसमें मॉड्यूल रहते हैं। एक क्रू मॉड्यूल, क्रू मॉड्यूल में ये लोग बैठते हैं
दूसरा जिसमें ये प्रयोग करते हैं क्रू मॉड्यूल जैसे जाएगा फिर वापिस कैसे पानी में लौटे उसको कैसे सुरक्षित बाहर निकालना उस सबके लिए हमारी एक छोटी टेस्ट फ्लाई हुई है दो और होगी फिर आखिर फ्लाइट से पहले एक रोबो फ्लाई की जाएगी जिसमें जीता जागता मानव तो नहीं उसी के आकार में उसी के रूप में एक महिला रोबो रहेगी। वो सारे प्रयोग करेगी उस मिशन के अंदर फिर वापिस लौटेंगीं फिर उसको निकाला जाएगा। इसलिए ये सब करते करते हम लगभग एक वर्ष लग जाएगा। ये साल बहुत महत्वपूर्ण रहने वाला है।
इसलिए भी इस साल अधिकतर उसके टेस्ट फ्लाइ इत्यादि हो जाएंगे हमारा उस मामले में संतुष्टि प्राप्त हो जाएगी। और साथ ही साथ हमारे जो चंद्रयान सफलता पूर्वक ऊपर गया फिर उसके बाद एक्पोसएड जो साइलेंस जोन को स्टडी करने के लिए डेलिगेन के लिए पहली जनवरी को लॉन्च हुआ और उसके बाद आदित्य एल वन जो कि छह जनवरी को अपने एल वन प्वाइंट पर पहुंचा सूरज के रहस्यों को खोजने के लिए उस सबको लेकर के ऐसा वातावरण बन गया कि सब के मन में उत्साह भी है और सारा देश इस गगनयान मिशन के साथ जुड़ गया।