Alvida Jumma 2024:ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की तरफ से रमजाम के पवित्र महीने के आखिरी शुक्रवार यानी ‘अलविदा जुमा’ को लेकर एजवाइजरी जारी की गई है।बोर्ड के सदस्य मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने कहा कि इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया की ओर से एडवाइजरी में लोगों से सड़कों पर नहीं बल्कि मस्जिदों में नमाज अदा करने का अनुरोध किया है ताकि दूसरे लोगों के लिए कोई परेशानी न हो।रमजान के महीने में आखिरी शुक्रवार यानी ‘अलविदा जुमा’ पर खास दुआ होती है। ये न केवल मस्जिद में जाने और नमाज अदा करने का ही दिन नहीं है, बल्कि रमजान के पूरे महीने का खास शुक्रवार भी है।बता दें, इस्लाम धर्म में जुमा यानी शुक्रवार के दिन की खास अहमियत है। ऐसे में जुमा रमजान के पाक महीने का हो, तो उसकी अहमियत और भी बढ़ जाती है।
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मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली, मुस्लिम धर्म गुरु ने कही ये बात..
“ईदी के आखिरी जुमे को जब अलविदा कहा जाता है। उस दिन जुमे की नमाज का तमाम रोजेदार बड़े पैमाने पर इख्तिमाम करते हैं। उन सबकी ये ख्वाहिश और तमन्ना होती है कि बड़ी मस्जिदों में नमाद अदा करें और पूरे रमजान भर जो इबादत की है और उस सिलसिले में अल्लाताला से अपनी आरजू और तमन्नाओं के सिलसिले में दुआ करें और उनकी तामीर, तरक्की और इबादत के लिए दुआ करें तो इंशाअल्ला पांच अप्रैल को पूरे मुल्क में अलविदा होगा और इस मौके पर तमाम मस्जिदों में बड़े पैमाने पर जुमे की नमाज अदा की जाएगी।”
‘दूसरे सालों की तरह इस साल भी इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया की तरफ से ये गाइडलाइन इशू की गई है। ये एडवाइजरी इशू की गई है कि इस बात की कोशिश करें कि मस्जिदों में ही नमाज पढें। कहीं पर भी सडकों पर नमाज अदा ना करें, जिससे की आम लोगों को आने-जाने में कोई जहमत ना हों, ट्रैफिक में भी कोई परेशानी ना हो और हम लोग सही तौर पर अपनी इबादत भी कर सकें।”