Uttar Pradesh: वाराणसी स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर में सावन का महीना शुरू होने से पहले तैयारियां जोरों पर हैं। इस बार करीब डेढ़ करोड़ श्रद्धालुओं के यहां पहुंचने की उम्मीद है। सावन 11 जुलाई से शुरू हो रहा है। भगवान शिव की पूजा-अर्चना करने के लिए सावन के महीने को बहुत पवित्र माना जाता है। Uttar Pradesh:
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भारी भीड़ की आशंका को देखते हुए मंदिर प्रशासन 1.5 करोड़ श्रद्धालुओं के लिए सुगम और सुरक्षित दर्शन सुनिश्चित करने के इंतजाम कर रहा है। पिछले साल सावन के दौरान करीब एक करोड़ श्रद्धालुओं ने मंदिर में दर्शन किए थे। प्रशासन ने भीड़ को काबू करने और बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराने के लिए खास इंतजाम किए हैं। जिगजैग बैरिकेड्स लगाए गए हैं ताकि भीड़ पर नियंत्रण रखा जा सके। वहीं, गर्मी से राहत देने के लिए कालीन बिछाए गए हैं और मार्ग पर अतिरिक्त चिकित्सा सहायता मुहैया कराई जाएगी। ओआरएस और ग्लूकोज भी बांटा जाएगा।
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इस बीच, मंदिर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विश्व भूषण मिश्र ने कहा कि वीआईपी दर्शन का कोई प्रावधान नहीं होगा। उन्होंने कहा, श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास द्वारा श्रावण मास को लेकर श्री काशी विश्वेश्वर के दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के लिए तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। जो हमारा स्टेंडर्ड ऑपरेटिंग प्रॉसिजर है जिसके तहत हमने कुंभ के प्रवाह की भीड़ को अथवा उससे पहले श्रावण मास 2024 को ही जो भीड़ थी., बड़ी संख्या में श्रद्धालु में आए थे उसको भी हम लोगों ने पूरा मॉनिटर किया था। वही एसओपी इस बार भी लगेगी। एंड-टू-एंड पूरा बैरिकेड्स लगे रहेंगे, जिसके द्वारा प्रवेश और निकास की व्यवस्था रहेगी। बैगेज काउंटर नहीं लगाए जाएंगे। सभी से अपील की जा रही है है कि जो सामान प्रतिबंधित है जैसे मोबाइल, पेन ड्राइव, कैमरा, स्मार्ट वॉच न लाएं।