( अवैस उस्मानी )- दिल्ली एनसीआर में वायु प्रदूषण पर नेशनल ग्रीन ट्रीब्यूनल (NGT) ने चिंता जताई है। NGT ने कहा कि 8 नवंबर के आदेश के बाद भी वायु प्रदूषण में कोई सुधार नहीं हुआ। NGT ने संबंधित ऑथरिटी को वायु प्रदूषण को कम करने के लिए उचित कदम उठाने का निर्देश दिया। 8 नवंबर को हमारे आदेश के बाद भी दिल्ली में वायु प्रदूषण से स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है। NGT ने कहा कि आज भी कई इलाकों में प्रदूषण से हालात गंभीर है।
NGT ने इलेक्ट्रॉनिक बसों को लेकर दिल्ली सरकार को फटकार भी लगाई और कहा कि रोज़ गाड़ियों से कितना प्रदूषण होता है क्या उसका कोई डेटा है, कितनी इलेक्ट्रॉनिक बस सड़को पर चल रही है। NGT ने पूछा कि 10 हज़ार इलेक्ट्रॉनिक बस चलाने में कितना साल लगेगा, 10 साल 20 साल कितना साल लगेगा। आपकी रिपोर्ट सरकार के प्रचार के लिए है आप कह रहे हैं कि 602 बस चलने के लिए तैयार हैं इसका मतलब क्या है, क्या फीता कटने का इंतज़ार हो रहा है, क्या उसमें डीज़ल और पेट्रोल डालना है। NGT ने पूछा कि नवंबर में कितनी इलेक्ट्रॉनिक बस खरीदी गई?
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NGT ने कहा दिल्ली में कितनी जगहों पर निर्माण कार्य चल रहा है, और उनके खिलाफ क्या कार्यवाही की गई, कंस्ट्रक्शन साइट प्रदूषण की मुख्य वजह में से एक है। दिल्ली सरकार ने कहा IIT मुंबई की तरफ से हमको स्मॉग टॉवर को लेकर रिपोर्ट मिली है अभी उस रिपोर्ट की समीक्षा की जा रही है। NGT ने पूछा कि NGT आकर सभी ऑथरिटी कहती है वह कदम उठा रही है लेकिन उसके बाद भी स्थिति में सुधार क्यों नहीं हो रहा है। NGT ने वायु प्रदूषण को कम करने के लिए संबंधित ऑथरिटी को उचित कदम उठाने को कहा है। 20 अक्टूबर के हमारे आदेश के बाद AQI में सुधार के बजाए और ज़्यादा खराब हुई है। NGT ने कहा कि AQI 9 नवंबर से 19 नवंबर के बीच 11 दिनों के दौरान AQI में कोई सुधार देखने को नहीं मिला है। NGT ने कहा कि स्मॉग टॉवर पर IIT मुंबई की रिपोर्ट की समीक्षा की जा रही है, दिल्ली में AQI को कम करने के लिए ऑथरिटी को निर्देश दिया गया। NGT ने कहा कि खराब वायु प्रदूषण की वजह से लोगो के स्वास्थ्य पर गंभीर असर पड़ रहा है, अस्थमा के मरीज, बुजुर्गों और गर्भवती महिलाओं पर खराब वायु प्रदूषण का असर पड़ रहा है। NGT में मामले की अगली सुनवाई 29 नवंबर को होगी।