‘पेटा’ ने शाकाहारी भोजन को अपनाने की अपील की, विश्व शाकाहारी दिवस से पहले अनूठा प्रदर्शन

शाकाहारी और वीगन जीवनशैली को बढ़ावा देने के लिए पशु अधिकार गैर-लाभकारी संगठन – पीपल फॉर द एथिकल ट्रीटमेंट ऑफ एनिमल्स (पेटा) ने  ओडिशा के भुवनेश्वर की सड़क पर भोजन की थाली का प्रदर्शन किया।खाने की थाली में सब्जियां और प्रतीकात्मक खून से लहू लूहान डेड बॉडी थी।पेटा ने लोगों से शाकाहारी बनने और शाकाहारी भोजन की आदतें अपनाने का आग्रह किया क्योंकि ये न केवल जानवरों को बचाता है बल्कि मानव स्वास्थ्य को भी लाभ पहुंचाता है।

प्रदर्शन का उद्देश्य जागरूकता पैदा करना भी था क्योंकि एक अक्टूबर को विश्व शाकाहारी दिवस के रूप में मनाया जाता है और इस महीने को विश्व शाकाहारी महीने के रूप में मनाया जाता है।पेटा ने लोगों को अपने भोजन में अधिक सब्जियां शामिल करने के लिए प्रोत्साहित किया।

पशु प्रेमी अनीबा दास  ने कहा कि ये अक्टूबर महीना है तो ये हमारा वेजिटेरियन मंथ है। अक्टूबर वन के लिए हम ये सब कर रहे हैं तो हमारे इसको नहीं खाने से क्या होता है जैसे हार्ट अटैक होता है और ब्रेन स्ट्रोक होता है, कैंसर होता है तो हम ये सब रोक सकतैे है और एख बात है कि जिस गाय का दूध पीकर हम बड़े हुए हैं तो उस गाय को हम कभी-कभी काट लेते है और उनका जो डेयरी प्रोडक्ट है तो उसके व्यापार के लिए हम क्या करते है उसको चोरी करके ले लेते है और जो उसका जो बच्चा होता है वो भूखा प्यासा मर जाता है तो हमें ये सब नही. करना चाहिए। हम ये संदेश देना चाह रहे है तो आज की जो युवा पीढ़ी है, वृद्धा है जो भी है उनको ये करना चाहिए कि उनको वेजिटेरियन खाए और उसमें बहुत सारे पोषक त्तव है।

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पेटा इंडिया अभियान समन्वयक उत्कर्ष गर्ग ने कहा कि हम ये प्रदर्शन विश्व शाकाहारी दिवस से पहले कर रहे हैं जो एक अक्टूबर को है, और शाकाहारी जागरूकता महीना जो पूरे अक्टूबर में है और हम लोगों को ये दिखाने की कोशिश कर रहे हैं कि हमारे पास मेरे बगल में एक मीट की प्लेट है जैसा कि आप देख सकते हैं और वहां एक लड़की का रक्तरंजित बेजान शरीर। इससे हम आपको ये बताने की कोशिश कर रहे हैं कि जैसे हम मीट, हड्डी और खून से बने हैं वैसे ही जानवर भी हैं, जब हम जानवरों को काटते हैं तो हमारा उनसे कोई लेना-देना नहीं होता है लेकिन जैसा कि आप देख सकते हैं कि उनसे में भी उसी मात्रा में खून निकलता है, दर्द निकलता है और जानवर बिल्कुल हमारे जैसे हैं इसलिए हम जानवरों और हमारे स्वास्थ्य और सामान्य रूप से दुनिया के लिए शाकाहारी बनने और शाकाहार अपनाने का संदेश फैलाना चाहते हैं।

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