500 साल बाद अयोध्या में भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हो रही है. यह दिन सनातनियों के लिए, खासकर उन महिलाओं के लिए ज्यादा महत्वपूर्ण है, जिन्होंने 22 फरवरी को बच्चे को जन्म दिया है. मध्य प्रदेश के ग्वालियर में रात 12 से ढाई बजे के बीच करीब 17 बच्चों की नॉर्मल डिलीवरी हुई. इन बच्चों को जन्म देने वाली मांताएं भी खुश हैं कि श्री राम के साथ-साथ उनके घर मे भी भगवान के रूप में बच्चे का जन्म हुआ है.
ग्वालियर में 22 जनवरी को सबसे पहले सलोनी ने रात 12 बजकर 2 मिनट पर बेटे को जन्म दिया. सलोनी के लिए तो मानो आज का दिन जीवन का सबसे बड़ा दिन बन गया. बेटे को जन्म पर खुश सलोनी का कहना है कि एक तरफ अयोध्या में श्री राम आए हैं तो वहीं उनके घर मे भी भगवान के उपहार के रूप में बच्चे का जन्म हुआ है.
बता दें, ग्वालियर जिले में आज 22 जनवरी की तारीख में करीब 200 बच्चों का जन्म होने वाला है. जिन घर में भी किलकारियां गुज रही हैं वो मानते हैं कि आज ऐतिहासिक दिन पर उन्हें भगवान राम का उपहार मिला है
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यूपी के फिरोजाबाद की बात करें तो फिरोजाबाद में बहुत सारी प्रेग्नेंट महिलाओं ने 22 जनवरी के दिन डिलीवरी की इच्छा जताई थी. इस बीच जिले के मेडिकल कॉलेज में मुस्लिम महिला फरजाना ने बेटे को जन्म दिया. जिसको लेकर नवजात की दादी हुस्न बानो ने कहा कि आज हमने अपने बच्चे का नाम राम और रहीम से जुड़ा हुआ रखा है
रांची की बात करें तो आज करीब 40 बच्चों का जन्म होगा। गर्भवती माताएं इसी दिन अपनी डिलीवरी कराने का डॉक्टरों पर दबाव डाल रही हैं। आज सदर अस्पताल में करीब 20 बच्चों की किलकारी गुंजेगी।
अस्पतालों में बच्चों की डिलेवरी करा रहे डॉक्टर भी बेहद खुश हैं. उन्होंने कहा कि लोगों को उत्साहित देख हमारा भी उत्साह बढ़ गया है. हमारे मन में भी यह बात आ रही थी कि जितना हो सके लोगों को डिलेवरी 22 जनवरी को ही हो. यह दिन हमारी आस्था, विश्वास और संस्कृति से जुड़ा है. इस दिन हमारे घर में कोई नया जन्म हो, इससे बड़ी बात और क्या हो सकती है.