चंडीगढ़- चंडीगढ़ नगर निगम ने ‘बैंडीकूट’ नाम के सीवेज सफाई रोबोट का इस्तेमाल करना शुरू किया है। इससे सफाई कर्मचारियों को मेनहोल और नालियों की सफाई के लिए उनमें शारीरिक रूप से नहीं घुसना पड़ेगा। रोबोट में चार कैमरे लगे हैं, जिनकी नजर 360 डिग्री पर होती है। रोबोट धुएं का पता लगाने वाले उपकरण से भी लैस है। robot cleaner
‘बैंडीकूट’ बनाएगा सफाई को और भी आसान
चंडीगढ़ एमसीसी के स्टाफ अनुराग यादव ने बताया कि “बैंडीकूट रोबोटिक मशीन आ गई है। जो कि पूरी एडवांस टेक्नोलॉजी पर आधारित है। मेनहोल के अंदर कौन-कौन सी गैसें हैं – उसको भी डिटेक्ट करती है। अंदर से सिवर की क्लीनिंग। कहां-कहां पे मेनहोल के सारे कोने में कहां-कहां पे गंदगी इकट्ठी है, मलबा इकट्ठा है। उसको वहां से हम क्लीन करते हैं, पूरी तरह से। इसमें चार कैमरे भी लगे हुए हैं।” बैंडीकूट सफाई कर्मचारियों के लिए भारी राहत लेकर आया है। क्योंकि अब उन्हें सफाई के लिए मेनहोल में घुसने की जरूरत नहीं होगी।
सफाई कर्मचारी विकास कुमार ने बताया कि “पहले बहुत दिक्कत होती थी। गैस लगती थी। आंखों में जलन होती थी। मेनहोल के अंदर हम देखते थे। अभी जब से मशीन आई है, हमें अंदर जाने की जरूरत है नहीं। सीधा मशीन मेनहोल में गई। बकेट ओपन हुआ इसका। और मलबा लेके आराम से ऑपरेट कर रहे हैं। ऊपर आया। और ट्रॉली में आराम से मलबा रख गया। मेन होल में हम देख भी नहीं रहे हैं।”
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सफाई कर्मचारी ने कहा कि “बहुत ज्यादा अंतर है। पहले हम गटर में घुसकर सफाई किया करते थे। अब हमारे पास मशीन आ गई है। हमें कोई दिक्कत नहीं होती है। कोई परेशानी नहीं है। पहले लोग हमारे साथ ऐसा भी करते थे। हमें गंदा देख के हमें पानी तक नहीं देते थे। अब हमारे कपड़े भी साफ रहते हैं, हम भी साफ रहते हैं। गंदगी नहीं है।”
चंडीगढ़ एमसी कमिश्नर अनिंदिता मित्रा “आइडिया की अगर हम बात करें तो भारत सरकार बहुत सालों से इस चीज के ऊपर काम कर रही है कि कोई भी मैनुअल एंट्री इंटू द सीवर सिस्टम नहीं होना चाहिए। सो इसी के तहत उन्होंने कॉन्सेप्ट दिया मेनहोल्स बुलाना बंद करो। अब इन्हें मशीन होल्स बनाओ। कि सारी सफाई मशीन के थ्रू हो।” नगर आयुक्त मित्रा ने कहा कि बैंडीकूट का इस्तेमाल चंडीगढ़ के निवासियों को स्वच्छ और स्वस्थ वातावरण मुहैया कराने के प्रति प्रशासन की प्रतिबद्धता का नतीजा है। बैंडीकूट के इस्तेमाल से चंडीगढ़ प्रशासन का मकसद स्वच्छता और साफ-सफाई के नए मानक स्थापित करना है।
( PTI )