(प्रियांशी श्रीवास्तव ): दिल्ली एम्स का सर्वर ठप हो जाने से काफी हड़कंप मचा हुआ है। ऐसे में मेन्युअली तरीके से काम होने से मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। एम्स का सर्वर हैक करने के मामले में अब तक स्पेशल सेल की साइबर सेल व केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियां जाच में जुट गई है। कहां से सर्वर को हैक किया है
दिल्ली स्थित AIIMS में सर्वर डाउन हुए करीब एक हफ्ते से भी ज्यादा का समय हो गया है। AIIMS का सर्वर कैसे हैक हुआ, किसने किया इसकी जांच दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की IFSO यूनिट कर रही है। इसके साथ ही AIIMS के इन्फेक्टेड सर्वर को जांच के लिए सेंट्रल फोरेंसिक लैब भी भेजा गया है।
CFSL इसकी जांच कर यह पता लगाएगी कि इस सर्वर को कहां से हैक किया गया और इसका सोर्स क्या है,लेकिन इन सब के बीच इतने दिन बीतने के बाद अस्पताल के ई-हॉस्पिटल डेटा को ही बहाल किया जा सका है और ऑनलाइन कामकाज अस्पताल में अभी भी बन्द है,मैनुअली ही कामकाज हो रहा है, जिस वजह से अस्पताल में लंबी लाइनों का भी मरीजों को सामना करना पड़ है ।
हालाकि सुरक्षा के लिहाज से ये सब कदम उठाए जा रहे हैं,और सेंट्रल फोरेंसिक लैब की दिल्ली और अहमदाबाद की टीम इस इन्फेक्टेड सर्वर की जांच कर रही है। इसके अलावा दिल्ली पुलिस की IFSO यूनिट अपने एक्सपर्ट्स के जरिये जांच कर रही है, हांलाकि अभी तक हैकिंग के सोर्स का पता नहीं लग पाया है। AIIMS के जो सर्वर रिस्टोर किए जा चुके है या जिनका रेक्टिफिकेशन का काम चल रहा है उसमें गृह मंत्रालय से लेकर IT मंत्रालय और कई अलग-अलग विभाग काम कर रहे हैं।ऐसे में सभी को इन्तेजार cfsl की रिपोर्ट आने और अस्पताल में सभी सेवाओ को सुचारू रूप से चलने का है।