नई दिल्ली(प्रदीप कुमार): मोहाली पुलिस इंटेलिजेंस हेड क्वार्टर ब्लास्ट मामले में जांच एजेंसियों को बड़ी कामयाबी मिली है।पंजाब पुलिस ने राज्य के अलग-अलग इलाकों से दो और व्यक्तियों को हिरासत में लिया है। इस बीच पंजाब विधानसभा में विपक्षी दल के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने इस ब्लास्ट को लेकर राज्य सरकार से सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग की है।
पंजाब के मोहाली में पुलिस के खुफिया इकाई के मुख्यालय परिसर में सोमवार रात रॉकेट चालित ग्रेनेड से हमला किया गया था, जिससे इमारत की एक मंजिल की खिड़की के शीशे टूट गए थे। सूत्रों के मुताबिक, मोहाली रॉकेट लांचर मामले में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। पंजाब पुलिस ने फरीदकोट के रहने वाले निशान सिंह नामक व्यक्ति को हिरासत में लिया है और निशान सिंह से पूछताछ जारी है। जानकारी के अनुसार, इस शख्स ने ही हमलावरों को लॉजिस्टिक प्रोवाइड करवाया था।
पंजाब पुलिस ने राज्य के अलग-अलग इलाकों से दो और शख्स को हिरासत में लिया है। पंजाब पुलिस को उम्मीद है कि जल्द ही वो पूरी साजिश का खुलासा कर देगी। पंजाब पुलिस के इंटेलिजेंस हेडक्वार्टर पर भी विरोधी दल सियासत नहीं छोड़ रहे। पंजाब विधानसभा में विपक्षी दल के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि CM भगवंत मान को तुरंत सर्वदलीय मीटिंग बुलानी चाहिए। इसमें हमें बताना चाहिए कि पंजाब में शांति और सुरक्षा की स्थिति को कायम रखने के लिए पंजाब सरकार क्या कदम उठा रही है?
उन्होंने कहा कि राज्य में लॉ एंड ऑर्डर की बिगड़ती स्थिति खतरनाक है। उन्होंने कहा कि बड़ी मेहनत से पंजाब में आई शांति को फिर से बिगाड़ने की कोशिश को कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। हमलावरों की गिरफ्तारी में देरी की वजह से विरोधियों को अब मान सरकार पर निशाना साधने का मौका मिल रहा है।
वही हुआ, जिसका डर था- पूर्व CM कैप्टन अमरिंदर सिंह
पूर्व CM कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि वह पहले से चेतावनी देते रहे हैं कि सीमा पार बैठे भारत विरोधी पंजाब में गड़बड़ी कर सकते हैं। वह लगातार ड्रोन के जरिए ड्रग्स और हथियार भेज रहे हैं। उनके कुर्सी से हटने के बाद चन्नी सरकार ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। उन्होंने नए सीएम भगवंत मान को कहा कि इसे गंभीरता से लेकर कदम उठाएं।
अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल ने डीजीपी वीके भावरा और CM भगवंत मान के बीच तालमेल की कमी पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि सीएम हमलावरों को गिरफ्तार करने का दावा कर रहे हैं। वहीं, कुछ घंटों में ही डीजीपी इससे इन्कार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब में शांति कायम करें और हमलावरों को बेनकाब कर सजा दें।