Congress: इलेक्टोरल बॉन्ड मामला सामने आने के बाद कांग्रेस ने भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट की देखरेख में इलेक्टोरल बॉन्ड कथित घोटाले की उच्च स्तरीय जांच और जांच पूरी होने तक भाजपा के बैंक खातों को तत्काल फ्रीज करने की मांग उठाई है।
इलेक्टोरल बॉन्ड को लेकर BJP पर हमलावर Congress
कांग्रेस अध्यक्ष शुक्रवार को इलेक्टोरल बॉन्ड घोटाले पर कर्नाटक के बैंगलोर में पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उनके साथ कांग्रेस कोषाध्यक्ष अजय माकन, कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार, कांग्रेस मीडिया एवं पब्लिसिटी के चेयरमैन पवन खेड़ा भी मौजूद थे।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी कहते हैं कि ना खाऊंगा, ना खाने दूंगा, लेकिन ऐसा लगता है कि उनका मतलब केवल यही था कि सिर्फ भाजपा को खिलाऊंगा। सुप्रीम कोर्ट ने इसका पर्दाफाश कर दिया है कि किस तरह से भाजपा ने इलेक्टोरल बॉन्ड से पैसे बनाए। एसबीआई की ओर से जारी आंकड़ों से पता चलता है कि इलेक्टोरल बॉन्ड से जुटाए गए कुल पैसे में से बीजेपी को करीब 50 फीसदी चंदा मिला, जबकि प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस को केवल 11 फीसदी धन मिला। इसमें कई ऐसे संदिग्ध दानदाता हैं, जिन कंपनियों पर ईडी, आईटी और सीबीआई ने छापेमारी की और छापों के बाद इन कंपनियों ने दान दिया। ऐसी कंपनियों पर दबाव किसने डाला। उन्होंने कहा कि यह जोर-जबरदस्ती से पैसा लूटकर लोकतंत्र को ध्वस्त करने की घिनौनी गाथा है। कांग्रेस पार्टी भाजपा की भ्रष्टाचार की इस गाथा की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट की देखरेख में उच्चतम स्तर की जांच की मांग करती है।
कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने कहा कि यह काफी चिंताजनक है कि कांग्रेस पार्टी के बैंक खाते सीज कर दिए गए हैं। भाजपा ने आयकर विभाग को ऐसा करने का निर्देश दिया। वहीं अवैध तरीके से करोड़ों-अरबों की संपत्ति अर्जित करने वाली भाजपा के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। कांग्रेस के करीब 300 करोड़ रुपये जब्त हैं। ऐसे में कांग्रेस चुनाव कैसे लड़ेगी। कांग्रेस के खाते बंद हैं और भाजपा के खाते खुले हुए हैं। ऐसे में बराबरी का मुकाबला कैसे होगा। कांग्रेस इसकी जांच के साथ-साथ मांग करती है कि इस योजना के माध्यम से प्राप्त धन की अवैध प्रकृति के कारण भाजपा के बैंक खातों को तत्काल प्रभाव से फ्रीज कर दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस इलेक्टोरल बॉन्ड घोटाले के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए। मोदी खुद दावा करते हैं कि ये मोदी की सरकार, ये मोदी की पार्टी है। इसलिए उन्हें इसके लिए भी जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए।
कांग्रेस के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष अजय माकन ने खुलासा किया कि वर्ष 2018 से कुल 22,217 बॉन्ड जारी किए गए थे, लेकिन वेबसाइट पर केवल 18,871 बॉन्ड हैं। 3,346 बॉन्डों का विवरण वेबसाइट पर उपलब्ध नहीं है। एसबीआई ने 3,346 बॉन्डों का विवरण उपलब्ध नहीं कराया है। वे कौन लोग हैं जिन्हें मोदी सरकार बचाने की कोशिश कर रही है। इसकी जांच होनी चाहिए। जांच में आईटी और ईडी छापों को इन बॉन्डों से जोड़ा जाना चाहिए। बॉन्ड के माध्यम से दान देने वाली अधिकांश कंपनियों पर या तो आईटी या ईडी द्वारा छापा मारा गया है, उन्होंने भाजपा के दबाव में बांड खरीदे। कांग्रेस की मांग है कि सर्वोच्च न्यायालय की देखरेख में इस घोटाले की जांच हो। भाजपा के खातों को तत्काल फ्रीज किया जाए।
पवन खेड़ा ने कहा कि नरेंद्र मोदी की भाजपा सरकार चुनाव को खरीद रही है। इसके साथ ही कांग्रेस पार्टी के बैंक खातों को सील किया जा रहा है, ताकि कांग्रेस पार्टी चुनाव न लड़ पाए। प्रधानमंत्री मोदी लोकतंत्र को किस दिशा में धकेल रहे हैं, ये सभी के सामने है।