Delhi: कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने गुरुवार 25 अप्रैल को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमारे ‘न्यायपत्र’ का झूठा प्रचार कर रहे हैं। बीजेपी परेशानी में है। खासतौर पर उनके प्रचारक प्रधानमंत्री बौखलाए हुए हैं और 19 तारीख से सारे एजेंडा को दूसरे दिशा में ले जाने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने हमारे न्यायपत्र को पहले सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की। बाद में कुछ ऐसी बातें उठाई जिसका जिक्र हमारे न्यायपत्र में बिलकुल नहीं है।
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उन्होंने कहा कि विरासत कर पर पीएम के बयान का जवाब देते हुए उन्होंने कहा, इस न्यायपत्र में विरासत कर का कोई जिक्र नहीं है। विरासत कर हमारा एजेंडा नहीं है और हकीकत ये है कि 1985 में प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने विरासत कर को हटाया था और 2014-19 के बीच में अरुण जेटली, जयंत सिन्हा और बीजेपी के समर्थक, बुद्धिजीवी ने विरासत कर की वकालत की। तो असली बात ये है कि हमने कभी विरासत कर का जिक्र नहीं किया है और न ही हमारे एजेंडे में ये है।
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कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि बीजेपी के मुख्य प्रचारक प्रधानमंत्री जी बौखलाए हुए हैं और 19 तारीख से सारे एजेंडा को दूसरे दिशा में ले जाने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने हमारे न्यायपत्र को पहले सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की। बाद में कुछ ऐसी बातें उठाई जिसका जिक्र हमारे न्यायपत्र में बिलकुल है ही नहीं। राजस्थान में, मध्य प्रदेश में और अलग-अलग राज्यों में जो उनका प्रचार हो रहा है, महाराष्ट्र में। न्यायपत्र को खुब पब्लिसिटी की गई। हालांकि ये गलत पब्लिसिटी है। झूठ पर आधारित प्रचार है। पहली बार देश के प्रधानमंत्री विपक्ष के घोषणापत्र को पब्लिसिटी दे रहे हैं।