बिरुआबाड़ी मंदिर
बदायूं के बिरुआबाड़ी मंदिर में दर्शन करने आ रहे हैं तो मर्यादित कपड़े ही पहनकर आएं, अन्यथा मंदिर में प्रवेश नहीं मिलेगा। ऐसा नोटिस मंदिर कमेटी ने गेट पर लिख दिया हैं कि हाफ पैंट, मिनी स्कर्ट और कटी-फटी जींस आदि छोटे वस्त्र पहनकर आने वाले श्रद्धालुओं के मंदिर में प्रवेश पर प्रतिबंध है। ऐसे लोग मंदिर के बाहर ही दर्शन करे।
तुलजा भवानी मंदिर
मंदिर प्रशासन ने सूचना बोर्ड पर लिखा कि ऐसे श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी, जिन्होंने ऐसे कपड़े पहन रखे हों जिनमें शरीर के अंग दिखते हों, जैसे-हाफ पैंट, स्कर्ट और कटी-फटी जींस। इसमें कहा गया है, ‘‘कृपया भारतीय संस्कृति को ध्यान में रखें।’’
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सकल जैन समाज मंदिर
श्री चंद्रप्रभु दिगंबर जैन मंदिर मंगलवारा ट्रस्ट ने मंदिर में बोर्ड भी लगा दिए और लिखा कि मंदिरों में मर्यादित और शालिन कपड़े पहनकर ही प्रवेश करे
महाकाल मंदिर
उज्जैन के महाकाल मंदिर में सदियों से एक ड्रेस कोड है। पुरुषों को पारंपरिक धोती पहननी होती है और महिलाओं को साड़ी पहननी होती है। केरल और तमिलनाडु के अधिकांश प्रसिद्ध मंदिरों में भी ऐसा ही कोड हैंअन्य मंदिर जिन्होंने हाल के दिनों में ड्रेस कोड लागू किया है उनमें मनकामेश्वर मंदिर, प्रयागराज शामिल हैं; श्री राधा दामोदर मंदिर, मथुरा; श्री बालाजी महाराज मंदिर, मुज़फ्फरनगर; और श्री गिलहराज जी मंदिर, अलीगढ़। जून में, शिमला के एक जैन मंदिर में ‘अशोभनीय’ कपड़े पहनने वाले भक्तों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया था।