Ghaziabad News: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में भीषण गर्मी के कारण एक कैब चालक की जान चली गई। दरअसल, भीषण गर्मी में लोग हादसों का भी शिकार हो रहे हैं। इंदिरापुरम के प्रह्लादगढ़ी में गर्मी से परेशान एक व्यक्ति रात में एसी चलाकर कार में सो गया था। सुबह वह मृत हालत में मिला। बंद कार में एक व्यक्ति का शव मिलने से हड़कंप मच गया.Ghaziabad News
बता दे कि मृतक की पहचान कल्लू दुबे के रूप में हुई है। वह हमीरपुर के रहने वाले थे और साहिबाबाद गांव में रहकर कैब चला रहे थे। प्राथमिक जांच में कार में एसी चलाकर सोने से दम घुटने से मौत की बात सामने आ रही है। हालांकि, मौत का कारण पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही साफ हो पाएगा।
पुलिस ने जब शीशा तोड़कर बाहर निकला तो कल्लू पसीने से लथपथ थे। अस्पताल लेकर जाने पर डॉक्टर ने मृत बताया। अमलेश के अनुसार, वह कल्लू को करीब 7 साल से जानते हैं। वहीं, उनके लोनी में रहने वाले भाई मुकेश ने बताया कि कल्लू का एक 8 साल का बेटा है। पत्नी की मौत भी करीब साढ़े 6 साल पहले हो गई थी।
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पेट्रोल खत्म होने पर बंद हुई कार- प्राथमिक जांच में लग रहा है कि कल्लू कार ऑन कर एसी में सोये थे। पेट्रोल खत्म होने के बाद वह सीएनजी पर स्विच नहीं हुई और बंद हो गई। एसी की ठंडक में वह सोता रहे और कार पूरी तरह से बंद होने पर ऑक्सिजन की कमी होने से मौत हो गई। पुलिस के अनुसार, कार की तकनीकी जांच करवाई जाएगी, जिससे अगर उसमें कोई दिक्कत होगी तो वह सामने आएगा।
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लापरवाही ले सकती है जान- गर्मी से बचने के लिए AC का काफी इस्तेमाल होता है, जो लोग घर पर नहीं हैं, वह अपनी कार में एसी ऑन कर गर्मी से बचने का प्रयास करते हैं, लेकिन यह खतरनाक हो सकता है। आईएमए के स्टेट सचिव डॉक्टर वीबी जिंदल कहते हैं कि सिर्फ एसी चलाकर सोने से किसी की मौत नहीं होती, उसमें बहुत से कारण होते हैं। कई बार कार में कोई दिक्कत होने पर एसी जब इंटरनल एयर मोड पर होता है तो वह इंजन ऑन होने पर निकलने वाली गैस को अंदर लेकर आता है।
कार ठंडी तो रहती है, लेकिन उसमें कार्बन मोनोऑक्साइड गैस मिल जाती है। इस गैस में बॉडी पैरालाइज होती है, अगर होश आ भी गया तो बॉडी कुछ कर नहीं पाती है और कई बार यह मौत का कारण भी बनती है। इसके अलावा कार के पूरी तरह से लॉक होने पर उसमे ऑक्सिजन की कमी होती है और कार्बन डाईऑक्साइड समेत अन्य गैस में शामिल हो जाती हैं।