(प्रदीप कुमार)- सरकोली। तेलंगाना के मुख्यमंत्री और बीआरएस प्रमुख के चंद्रशेखर राव ने कहा है कि बीआरएस देश को बदलने का मिशन है। यह सिर्फ तेलंगाना की पार्टी नहीं है, देश भर की पार्टी है। देश में किसान और कामगार मिलकर साठ प्रतिशत हैं। ये एकजुट हो जाएं तो कुछ भी संभव है। बीआरएस किसी की टीम नहीं है। बीआरएस किसानों, पिछड़ों, दलितों अल्पसंख्यकों की टीम है। देश में सत्तर करोड़ किसान हैं । फिर हमें किसी की टीम बनने की जरूरत नहीं है। भारत का परिवर्तन ही भारत की समस्याओं का समाधान है।
सरकोली में एक सार्वजनिक सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने कहा कि वोट में बहुत ताकत है। अगर हमारे वोट बंटे नहीं तो सभी काम बन जाएंगे। पूरे देश में बीआरएस इकलौती पार्टी है जिसने नारा दिया है- अबकी बार किसान सरकार। महाराष्ट्र बहुत बड़ा राज्य है, स्थिर राज्य है, धनवान राज्य है। यहां विकास योजनाएं लागू हो सकती है। कई लोग भ्रम फैला रहे हैं कि तेलंगाना जैसी नीति लागू होने से राज्य का दिवाला निकलेगा। ऐसा कुछ नहीं होगा। यहां नेताओं का दिवाला निकल सकता है लेकिन किसानों की दीवाली हो जाएगी। महाराष्ट्र के कई राजनीतिक दल बीआरएस से असहज हो रहे हैं। बीआरएस के लिए इतना आक्रोश क्यों है? महाराष्ट्र में कांग्रेस का लंबा शासन रहा। यहां के लोगों ने भाजपा, एनसीपी और शिवसेना को भी मौका दिया। लेकिन आज भी यहां बिजली और पीने के पानी की समस्या है। पूरे भारत में 41 करोड़ एकड़ कृषि योग्य भूमि है। हर एकड़ भूमि को पर्याप्त पानी दिया जा सकता है। भरपूर पीने का पानी दिया जा सकता है। वर्तमान राष्ट्रीय जल नीति को बंगाल की खाड़ी में फेंकना होगा। देश में नई जल नीति बनानी होगी।
सीएम केसीआर ने बिजली निजीकरण नीति पर हमला बोलते हुए कहा कि देश में डेढ सौ वर्ष तक बिजली आपूतिॅ के लिए पर्याप्त कोयला है। सोलर बिजली भी है । फिर विदेश से कोयला आयात करने की जरूरत क्या है? सीएम केसीआर ने कहा कि देश को आजाद हुए पचहत्तर साल गुजर गए। दुनियां के कई देश जापान, कोरिया, सिंगापुर ने काफी विकास किया है।चीन गरीब था लेकिन अब भारत से काफी आगे निकल चुका है। आज हमारे देश का लक्ष्य क्या है, इसपर सोचने की जरूरत है। हर भारतीय को इसपर सोचना होगा।एक और आजादी का जंग लड़ना चाहिए।