दुर्गा पूजा के यूनेस्को विरासत टैग और कोलकाता ट्रामवेज़ के 150 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में पूजा विशेष ट्राम

Kolkata Tramway– इस साल, एक पूजा विशेष ट्राम प्रतिष्ठित कोलकाता ट्रामवे के 150 साल पूरे होने का जश्न मनाने के लिए शहर की शोभा बढ़ाएगा। ट्राम को इसके आंतरिक और बाहरी सौंदर्य के साथ यूनेस्को विरासत टैग की स्मृति में डिजाइन किया गया है। पश्चिम बंगाल परिवहन निगम (डब्ल्यूबीटीसी) ने विशेष पूजा पेशकश के लिए एशियन पेंट्स और एक्सएक्सएल के साथ सहयोग किया है।

पूजा स्पेशल ट्राम टॉलीगंज से बालीगंज तक चलेगा और शहर के ऐतिहासिक पूजा पंडालों को कवर करेगा। ट्राम कार के बाहरी हिस्से में उत्तरी कोलकाता के पारंपरिक कुम्हारों के क्वार्टर कुमारटुली का सम्मान करते हुए हाथ से पेंट की गई कलाकृतियाँ हैं, जहाँ मां दुर्गा की मूर्तियाँ बनाई जाती हैं। यह सिन्दूर खेला, धुनुची नृत्य, संस्कृति और स्थलों को भी समाहित करता है। टॉलीगंज- बालीगंज रूट पर ट्राम अक्टूबर महीने से नए साल तक चलेगी।

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कोलकाता में ट्राम सबसे पहली बार 1873 में शुरू हुई थी। उसके बाद से लगातार ट्राम ‘सिटी ऑफ ज्वॉय’ और इसकी धरोहर का एक हिस्सा बन चुका है। इस बारे में WBTC के चेयरमैन मदन मित्रा ने कहा, “दुर्गा पूजा के समय कोलकाता में एशियन पेंट्स हर साल शारद सम्मान का आयोजन करता है। WBTC ने उनके साथ ही विशेष ट्राम सेवा को शुरू करने के लिए हाथ मिलाया है। यह कोलकाता में दुर्गा पूजा के जश्न और इसकी ऐतिहासिकता को एक प्रकार से हमारा ट्रिब्यूट है।” इस स्पेशल ट्राम को हैंड पेंटेड कलाकृति से सजाया गया है, जिसे कुम्हारटोली को समर्पित किया गया है।

मिली जानकारी के अनुसार इस रूट पर एसी ट्राम दुर्गा पूजा में सप्तमी, अष्टमी और नवमी की सुबह 10 बजे खुलेगी। अगर आप इस दुर्गा पूजा स्पेशल एसी ट्राम की सवारी करना चाहते हैं तो WBTC के आधिकारिक वेबसाइट या फिर विभिन्न ट्राम डिपो पर जाकर इसकी बुकिंग कर सकते हैं। बुकिंग से संबंधित अधिक जानकारी के लिए राज्य के परिवहन विभाग से संपर्क करें।

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