प्रदीप कुमार: लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने आज राजस्थान एसोसिएशन ऑफ स्पाइसेस (राजस्थान मसाला संघ), जयपुर द्वारा आयोजित इंटरनेशनल बिजनेस मीट को सम्बोधित किया ।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए ओम बिरला ने कहा कि राजस्थान शौर्य, स्वाभिमान, साहस और संस्कृति के लिए जाना जाता है। उन्होंने आगे कहा कि राजस्थान की ख्याति में किसानों, व्यापारियों, व्यवसायियों और समाजसेवियों का प्रमुख योगदान है।
राजस्थान की जलवायु का उल्लेख करते हुए ओम बिरला ने कहा कि यद्यपि प्रदेश में बारिश कम होती है, किन्तु किसानों और व्यापारियों के परिश्रम ने इस धरती को सींचा है। उन्होंने आगे कहा कि लोगों के इस परिश्रम व् निष्ठा ने राजस्थान को समृद्ध किया है। उन्होंने आगे कहा कि राजस्थान की धरती को मरुधरा के रूप में जाना जाता है, लेकिन लोगों के परिश्रम के कारण ये धरती अन्नपूर्णा भी है। ओम बिरला ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि आज राजस्थान के मसाले जग प्रसिद्ध हैं।
ओम बिरला ने बताया कि राजस्थान के अलग-अलग क्षेत्र विभिन्न मसालों के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने आगे कहा कि विशेष रुप से कुछ मसाले केवल राजस्थान में पाए जाते है। विश्व के कई देशों की अपनी यात्राओं का उल्लेख करते हुए ओम बिरला ने कहा कि हजारों वर्षों से भारत के मसाले सम्पूर्ण विश्व में प्रसिद्ध हैं। उन्होंने आगे कहा कि अफ्रीका, यूरोप, मिडल ईस्ट सभी क्षेत्रों में भारत के मसाले अत्यंत लोकप्रिय हैं।
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कृषि क्षेत्र के सन्दर्भ में ओम बिरला ने कहा कई आज के दौर में किसान प्रगतिशील हैं; वे अधिक उत्पादन, वैल्यू एडिशन तथा प्रोसेसिंग के कारण विकास के पथ पर अग्रसर है। उन्होंने आगे कहा कि वैल्यू एडिशन के जरिए सभी एग्री प्रोडक्ट्स, विशेषकर मसालों और जड़ी बूटियों के उत्पादन में राजस्थान आगे बढ़ रहा है। उन्होंने विचार व्यक्त किया कि एग्री इंडस्ट्रीज ग्रामीण अर्थव्यवस्था के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध हुए हैं। बदलते समय में परंपरागत खेती के साथ-साथ जैविक खेती एवं प्राकृतिक खेती पर ज़ोर देते हुए बिरला ने कहा कि आने वाले समय में राजस्थान को मसाला उत्पादन का हब बनाने की आवश्यकता है।
एक्सपोर्ट और प्रोडक्शन कि दिशा में किसानों की सहायता करने और जागरूकता बढ़ाने के लिए कार्य करने की आवश्यकता पर ज़ोर देते हुए श्री बिरला ने कहा कि फार्मर प्रोडक्शन ऑर्गनाइज़ेशन (एफपीओ) के जरिए किसान संगठित रूप से विकास के पथ से जुड़े। उन्होंने आगे कहा कि आधुनिक खेती के क्षेत्र में कार्यरत स्टार्टअप नए इनोवेशन और रिसर्च का उपयोग करते हुए देश और किसानों को आगे बढ़ने के अवसर प्रदान कर रहे हैं। इस सन्दर्भ में ओम बिरला ने आगे कहा कि देश के नौजवान अपनी बौद्धिक क्षमता, इनोवेशन, नवाचार और नई तकनीकी की सहायता से भू-संरक्षण के साथ प्रोडक्शन और वैल्यू एडिशन का कार्य कर रहे हैं।
अमृत काल में भारत की गौरवशाली यात्रा का उल्लेख करते हुए ओम बिरला ने कहा कि विचारों का आदान-प्रदान लोकतंत्र की सबसे बड़ी ताकत है। उन्होंने आगे कहा कि चिंतन-मंथन और बेस्ट प्रैक्टिसेज के आदान प्रदान से देश बदलाव और प्रगति की ओर आगे बढ़ रहा है। ओम बिरला ने असोसिएशन की सराहना करते हुए कहा कि उनके प्रयासों से किसानों को समृद्धि बढ़ी है और वैज्ञानिक खेती से प्रोडक्शन बढ़ाने और वैल्यू एडिशन का कार्य संभव हुआ है।
वैश्विक स्तर पर विकास का उल्लेख करते हुए बिरला ने कहा कि एग्रीकल्चर में किए गए नवाचारों के कारण, दुनिया के कई देशों ने प्रगति की है। इस सन्दर्भ में उन्होंने आशा व्यक्त की कि FPO के माध्यम से आने वाले समय में राजस्थान मसाला उद्योग में 50 प्रतिशत योगदान देगा। ओम बिरला ने विश्वास व्यक्त किया कि इन कदमों से राजस्थान के किसान आर्थिक रूप से मजबूत होंगे एवं आत्म निर्भरता के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार सृजन के अवसर बनेंगे।
इस अवसर पर राजस्थान एसोसिएशन ऑफ स्पाइसेस के अध्यक्ष, निदेशक और अन्य सदस्यगण मौजूद रहे।