( प्रदीप कुमार )- लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सोमवार को भारत दौरे पर आए मलावी की नेशनल असेंबली के संसदीय प्रतिनिमंडल का स्वागत किया है। इसी को लेकर ओम बिरला ने कहा कि भारत और मलावी के बीच सौहार्दपूर्ण और मैत्रीपूर्ण संबंध रहे हैं इसीलिए दोनों देशों के बीच बहुआयामी सहयोग के लिए दोनों संसदों में परस्पर संवाद आवश्यक है।
मलावी की नेशनल असेंबली की स्पीकर, महामहिम कैथरीन गोटानी हारा के नेतृत्व में भारत यात्रा पर आए संसदीय प्रतिनिमंडल का संसद भवन में स्वागत करते हुए लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि भारत और मलावी के बीच सौहार्दपूर्ण और मैत्रीपूर्ण संबंध रहे हैं। बिरला ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और प्रेसीडेंट लजारस मैकार्थी चकवेरा के नेतृत्व में दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध और मजबूत हुए हैं ।
मलावी में जून, 2020 में राष्ट्रपति के निर्वाचन के बाद सत्ता के शांतिपूर्ण हस्तांतरण की सराहना करते हुए ओम बिरला ने आशा व्यक्त की कि इससे मलावी में संवैधानिक संस्थाएं और मजबूत होंगी और लोकतंत्र और सशक्त होगा। बिरला ने कहा कि दोनों देश लोकतान्त्रिक मूल्यों और आदर्शों में विश्वास रखते हैं। दोनों देशों की संसदें नागरिकों की आशाओं और आकांक्षाओं का प्रतिनिधित्व करती है। इस सन्दर्भ में उन्होंने इस बात का उल्लेख किया कि नए भारत की उम्मीदों को साकार करते हुए हमने अपनी संसद के नए भवन का निर्माण किया है।
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दोनों देशों के बीच बहुआयामी सहयोग विकसित करने पर जोर देते हुए ओम बिरला ने कहा कि दोनों देशों की संसदों के बीच चर्चा-संवाद को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। इस विषय में उन्होंने बताया कि भारतीय संसद की प्रशिक्षण संस्था, प्राइड लोकतान्त्रिक देशों की संसदों के लिए क्षमता निर्माण कार्यक्रम आयोजित करती है। उन्होंने मलावी के सांसदों और अधिकारियों के लिए ऐसे कार्यक्रम आयोजित करने का प्रस्ताव रखा।
इस बात का उल्लेख करते हुए कि मलावी और भारत के आर्थिक संबंधों में प्रगति हो रही है, ओम बिरला ने सुझाव दिया कि दोनों देशों को द्विपक्षीय सहयोग के लिए अन्य क्षेत्रों में भी प्रयास करने चाहिए । उन्होंने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि 500 मिलियन अमरीकी डालर के निवेश के साथ भारत मलावी में सबसे अधिक निवेश करने वाले देशों में शामिल है । उन्होंने मलावी के आर्थिक विकास में भारत के समर्थन का आश्वासन दिया और कृषि उत्पादों, विशेषतः कॉटन प्रोडक्ट्स के व्यापार को बढ़ावा दिए जाने पर भी बल दिया ।
मलावी में चक्रवात फ्रेडी से हुए नुकसान के लिए भारत की संसद, सरकार और जनता की ओर से संवेदना व्यक्त करते हुए ओम बिरला ने कहा कि संकट की इस घड़ी में भारत मलावी के साथ खड़ा है। इस सन्दर्भ में दोनों नेताओं ने विचार व्यक्त किया कि ‘भारत और मलावी आपदा प्रबंधन में बेस्ट प्रैक्टिसेज और रणनीतियों की जानकारी साझा करें।