(आकाश शर्मा) India-Nepal relationship- नेपाल के प्रधानमंत्री कमल दहल प्रचंड चार दिवसीय यात्रा पर भारत आए हैं। प्रचंड का यह दोरा काफी अहमियत रखता हैं। जिसमें दूसरे दिन उन्होने देश के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की समाधि राजघाट पर जा कर श्रृद्धांजलि दी। जिसके बाद उन्होने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। दोनो देशो के संबंध को सुधारने के लिए नेपाल के पीएम की यात्रा अधिक महत्व रखती हैं। जिसमें दोनो देश के आर्थिक,सामाजिक धार्मिक संबंध निहित हैं।
भारत- नेपाल में हुए कई अहम समझौतो पर हस्ताक्षर
इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की बैठक की। अर्थव्यवस्था, ऊर्जा, बुनियादी ढांचे, शिक्षा क्षेत्र और दोनों देशों के लोगों के बीच संबंधों को मज़बूत करना शामिल है। दोनों देशों के बीच यह द्विपक्षीय वार्ता दिल्ली के हैदराबाद हाउस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ की उपस्थिति में दोनों देशों के बीच कई क्षेत्रों में समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए।
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समझौतो पर पीएम मोदी ने कहां कि हमने भौतिक संपर्क बढ़ाने के लिए नए रेल संपर्क स्थापित किए हैं। भारत और नेपाल के बीच आज दीर्घकालिक विद्युत व्यापार समझौता हुआ है। इससे हमारे देशों के बिजली क्षेत्र को मजबूती मिलेगी। भारत और नेपाल के बीच धार्मिक और सांस्कृतिक संबंध बहुत पुराने और मजबूत हैं। इसे और मजबूत करने के लिए हमने फैसला किया है कि रामायण सर्किट से जुड़ी परियोजनाओं में तेजी लाएगी। नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ के साथ संयुक्त प्रेस वार्ता में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मुझे याद है कि 9 साल पहले 2014 में कार्यभार सँभालने के तीन महीने के भीतर मैंने नेपाल की अपनी पहली यात्रा की थी। उस समय मैंने भारत-नेपाल संबंधों के लिए एक “हिट” फार्मूला दिया था- हाईवेस, आई-वे, और ट्रांस-वे।