अमन पांडेय : सोमवार 6 फरवरी को तुर्किए और सीरिया के बॉर्डर पर आया भूकंप अब तक का सबसे भयावा भूकंप साबित हुआ। इस भूकंप का केंद्र तुर्किए का गजियानटेप का प्रांत नूरदागी था। यह जगह सीरिया और तुर्किए के बॉर्डर पर है। साल 2015 में नेपाल आए भूकंप के बाद इसे सबसे भयावह भूकंप करार दिया जा रहा है। नेपाल भूकंप में करीब नौ हजार लोगों की मौत हो गई थी। Turkey Earthquake
तुर्किए और सीरिया में 15,000 से ज़्यादा जानें लील लेने वाले भीषण भूकंप के चलते पूरी की पूरी बस्तियां खंडहर हो गई हैं, और बड़े-बड़े शहर मलबे के ढेर में तब्दील हो गए हैं दक्षिणी हिस्से के अन्ताक्या और काहरामनमारस सबसे ज़्यादा प्रभावित इलाकों में शामिल हैं, जहां ढेरों ऊंची-ऊंची इमारतें ज़मीन्दोज़ हो गईं। तुर्किए के लगभग 20 लाख की आबादी वाले ग़ाज़ियानटेप शहर में सोमवार को पहला भूकंप आया था, जिसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 7.8 थी, और उसके बाद 7.5 तीव्रता वाला एक औ भूकंप और कई छोटे-छोटे भूकंप महसूस किए गए। जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ डेनमार्क एंड ग्रीनलैंड के मुताबिक, भूकंप के झटके ग्रीनलैंड तक भी महसूस किए गए।
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भूकंप से मरने वालों की संख्या 15383 तक पहुंच गई है। तो वहीं , तुर्की और सीरिया दोनों ही जगह इस समय जमकर ठंड पड़ रही है। इस खून जमा देने वाली सर्दी से राहत और बचाव के कार्यों में बाधा आ रही है, सर्दी की वजह से मलबे में दबे लोगो की जिंदा बचने की उम्मीद भी खत्म होती जा रही है। आपको बता दें कि 6500 बिल्डिंग्स गिरी है।