( प्रदीप कुमार ), दिल्ली- राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ मंगलवार को उत्तर प्रदेश के रायबरेली और लखनऊ पहुंची। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को समर्थन देते हुए हजारों लोगों ने न्याय यात्रा का स्वागत किया। जगह-जगह राहुल गांधी का फूलों की बारिश से भव्य स्वागत किया गया। इससे पहले न्याय यात्रा मंगलवार को 38वें दिन अमेठी में उत्साह से भरे जनसैलाब के साथ शुरू हुई। यात्रा अमेठी से रायबरेली पहुंची और फिर लखनऊ में प्रवेश कर गई।
इस दौरान कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने जनता को संबोधित करते हुए भागीदारी न्याय, जातिगत जनगणना, पेपर लीक और बेरोजगारी जैसे जनता से जुड़े मुद्दों को जोर-शोर से उठाया। रायबरेली में राहुल गांधी ने हाथों में पोस्टर लिए हुए शिक्षक भर्ती से जुड़े अभ्यर्थी अमित मौर्य को बुलाकर बातचीत की। राहुल गांधी के पूछने पर अमित मौर्य ने बताया कि उन्होंने पोस्टर पर “ओबीसी, एससी शिक्षकों को नियुक्ति दो” लिखा हुआ है। वह दो साल से लगातार चक्कर काट रहे हैं। अमित मौर्य की बात सुनकर राहुल गांधी ने कहा कि देश में ओबीसी, दलितों और आदिवासियों की आबादी 73 प्रतिशत है। अमित मौर्य पोस्टर लिए घूम रहे हैं, पर उनकी सुनवाई नहीं हो रही है, क्योंकि ये पिछड़ी जाति से हैं। आज की सरकार में इनका कोई भविष्य नहीं है।
मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि देश में दलित, पिछड़े, आदिवासी 24 घंटे दबाए जाते हैं, उन्हें धमकाया जाता है और उनके रास्ते बंद किए जाते हैं। हिंदुस्तान की 200 बड़ी कंपनियों के मालिकों और मैनेजमेंट में एक भी ओबीसी, दलित, आदिवासी वर्ग के लोग नहीं हैं।
Read Also: जेपी नड्डा और सोनिया गांधी समेत कई नेता राज्यसभा के लिए निर्विरोध हुए निर्वाचित
राहुल गांधी ने कहा कि राम मंदिर के उद्घाटन में अडानी, अंबानी, अरबपति और फ़िल्मी सितारे तो दिखे। मगर एक भी पिछड़ा, दलित, आदिवासी, किसान नहीं दिखा। सरकारी नौकरी की भर्तियों में पेपर लीक का मुद्दा उठाते हुए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि पढ़ाई में लाखों रुपये खर्च करने के बाद जब बच्चे परीक्षा देते हैं तो पेपर लीक हो जाता है। युवा पैसा खर्च कर पढ़ाई करते हैं, लेकिन जब परीक्षा का समय आता है तो एक प्रतिशत लोग पहले ही पेपर चोरी कर लेते हैं। उत्तर प्रदेश में हर जगह बेरोजगारी, महंगाई और पेपर लीक के पोस्टर मिलते हैं।
मोदी सरकार की अग्निपथ योजना को युवाओं के साथ धोखा बताते हुए राहुल गांधी ने कहा कि अग्निवीर को ना पेंशन मिलेगी और ना शहीद का दर्जा मिलेगा। चार साल बाद अग्निवीर को निकाल दिया जाएगा। रक्षा के सभी कॉन्ट्रैक्ट अडानी की कंपनी के पास हैं। सेना के बजट से जो पैसा सैनिकों के लिए जाना चाहिए था, वो पैसा प्रधानमंत्री मोदी अपने मित्र को दे रहे हैं।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि जातिगत जनगणना क्रांतिकारी कदम है। जातिगत जनगणना से पता लगेगा कि किसकी कितनी आबादी है और किसके हाथों में कितना धन है। जाति जनगणना नहीं होने तक ओबीसी, दलित और आदिवासियों को पोस्टर लेकर सड़कों पर भटकना पड़ेगा। देश के ओबीसी-दलितों और आदिवासियों को अपना हक़ लेना है। हक लेने का पहला कदम जाति जनगणना है। कांग्रेस पार्टी ने अपने घोषणा पत्र में जाति जनगणना को पहले नंबर पर रखा है।