ED के छापों से हरियाणा में सियासी हड़कंप, कहां तक पहुंचेगी जांच की आंच ?

चंडीगढ़- हरियाणा में चुनाव से ठीक पहले ईडी की दस्‍तक से सियासी गलियारे में हडकंप मच गया है। ईडी अवैध खनन मामले में दर्ज एफआईआर पर एक्‍शन में है। लेकिन हड़कंप के पीछे वजह ये भी है कि अवैध खनन मामले में जिन लोगों पर छापेमारी हो रही है उनके तार राजनीति से जुड़े हुये हैं।

हरियाणा में भयंकर ठंड और शीत लहर के बीच जब लोग अपने घरों में विस्‍तर में दुबके हुये थे, तभी ईडी की टीमों की दस्‍तक ने पूरे प्रदेश के सियासी गलियारों में गर्मी पैदा कर दी। फरीदाबाद से लेकर चंडीगढ़ तक ईडी की टीमों ने करीब 20 जगहों पर एक साथ दस्‍तक दी। अब अवैध खनन के मामले में हो रही छापेमारी को चुनाव में सियासी नफा-नुकसान से जोड़कर देखा जा रहा है। जिसका जवाब सोनीपत के बीजेपी सांसद रमेश कौशिक ने खास अंदाज में दिया।

दरअसल, हरियाणा में जिन 20 जगहों पर छापेमारी हो रही है, उसमें सोनीपत के कांग्रेस एमएलए सुरेंद्र पंवार और उनके सहयोगी सुरेश त्‍यागी का घर भी शामिल है। इसके अलावा इनेलो के पूर्व विधायक दिलबाग सिंह के यमुनानगर स्थि‍त आवास पर छापेमारी हो रही है। दिलबाग सिंह इनेलो नेता होने के साथ ही अभय चौटाला के समधी भी हैं। इसके अलावा इनेलो से 2014 में करनाल विधानसभा सीट पर सीएम के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले मनोज बधवा के ठिकानों पर भी छापेमारी हो रही है। उनकी पत्‍नी आशा बधवा करनाल में इनेलो से मेयर का चुनाव भी लड़ चुकी हैं। हालांकि बाद में मनोज बधवा इनेलो छोड़ बीजेपी में शामिल हो गये थे। हाल ही में मनोज बधवा के करनाल में बड़े-बड़े पोस्‍टर लगे थे, माना जा रहा था कि मेयर पद के प्रत्‍याशी के प्रबल दावेदार हैं।

Read Also: Mission-2024: चुनावी रणनीति को लेकर दिल्ली में हुई कांग्रेस की अहम बैठक, “भारत जोड़ो न्याय यात्रा” का रोड मैप किया जारी

कांग्रेस नेता व पूर्व मंत्री करण दलाल ने कहा कि भाजपा सरकार अपने विरोधियों का राजनैतिक कैरियर खत्म करना चाहती है। जो भी कोई महंगाई, बेरोजगारी, भृस्टाचार व अन्य मुद्दों पर भाजपा से सवाल करता है तो वहां भाजपा इसी तरह डर बनाने के लिए ऐसी कार्यवाही करती है। पहले भी कांग्रेसी नेताओं पर इस तरह की कार्यवाही हुई हैं लेकिन कांग्रेस इनसे डरने वाली नही है और सुरेंद्र पवार को डराने या उनका राजनीतिक कैरियर खत्म करने के उद्देश्य से जो यह कार्यवाही हुई है उससे सुरेंद्र पंवार के राजनैतिक कैरियर पर कोई असर नही पड़ेगा और न हम ईडी की कोई परवाह करते हैं । वहीं बीजेपी सांसद रमेश कौशिक ने कहा है कि ED एक स्वतंत्र जांच एजेंसी है और वह स्वेच्छा से अपना काम कर रही है।

चुनावी माहौल में कांग्रेस एमएलए, इनेलो के पूर्व विधायक और बीजेपी नेता पर ईडी का शिकंजा कसने से साफ है कि अवैध खनन को लेकर एक्‍शन तेज हो गया है। पर अब देखना ये है कि कारोबार के साथ सियासत करने वालों पर ईडी छापेमारी के तार कहां तक जाते हैं। हरियाणा की सियासत पर इसका असर कितना पड़ने वाला है और इससे किसको नफा और किसे नुकसान होगा।

Top Hindi NewsLatest News Updates, Delhi Updates,Haryana News, click on Delhi FacebookDelhi twitter and Also Haryana FacebookHaryana Twitter

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *