(अजय पाल)Pollution in Delhi:गाजियाबाद ,नोएडा दिल्ली पंजाब, हरियाणा, गुड़गांव,की हवा दिन ब दिन जहरीली होती जा रही है। पंजाब और हरियाणा राज्य में पराली जलाने का सीधा असर राजधानी दिल्ली में नजर आता है।एनसीआर में प्रदूषण बढ़ने के कारण लोगों को खास परेशानी हो रही है।ऐसे में कयास लगाए जा रहे है दिवाली के आसपास प्रदूषण और अधिक बढ सकता है।जिससे दिल्ली की हवा यहां रहने वालों के लिए और ज्यादा जहरीली हो गई है दिल्ली के कई इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक यानी एयर क्वालिटी इंडेक्स AQI 400 के ऊपर पहुंच गया है, ऐसे में हम आपको बता रहे है कि जब AQI 100 के पार पहुंचने पर किन बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है।
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1.फेफड़ों की बीमारी – वायु प्रदूषण के बढ़ जाने से क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज फेफड़ों को हो सकती है ।जिससे सांस लेना मुश्किल हो जाता है. आमतौर पर यह डिजीज हवा में में हानिकारक कणों की वजह से हो सकती है।
2.स्किन इन्फेक्शन –वायु प्रदूषण से कई प्रकार की स्किन संबंधी बीमारियां हो सकती है इतना ही नहीं वायु प्रदूषण से स्किन पर लाल या काले धब्बे भी हो सकते हैं, जिन्हें कम करने में ज्यादा समय लगता है ।
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3.हार्ट डिजीज – वायु प्रदूषण के कारण हार्ट डिजीज का जोखिम भी अधिक बना रहता है ।इससे हार्ट और ब्लड वेसल्स में सूजन आ सकती है ।
4.आंखों में जलन – वायु प्रदूषण के कारण आंखों में सबसे ज्यादा इफेक्ट पड़ता है. आंखें लाल हो सकती है, जलन पड़ सकती है, आंखों से धुंधला दिखाई पड़ सकता है और इसके कारण सिर दर्द और थकान जैसी समस्याओं का सामना भी करना पड़ सकता है।
5.ब्रोंकाइटिस – वायु प्रदूषण की वजह से ब्रोंकाइटिस का खतरा बढ़ रहा है. ये बच्चों और बुजुर्गों को सीधे रूप से प्रभावित कर रहा है. ऐसे में अस्थमा, फेफड़ों की बीमारी और ब्रोंकाइटिस जैसी स्थिति और ज्यादा गंभीर रूप ले सकती है।