Telangana New CM: अनुमुला रेवंत रेड्डी गुरुवार को जब तेलंगाना के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे तो ये एक जमीन से जुड़े राजनेता का राज्य की सबसे बड़ी कुर्सी तक पहुंचने की सबसे बेहतरीन और नई मिसाल होगी। सार्वजनिक जीवन में रेड्डी का करियर दिलचस्प है। छात्र जीवन में वे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े। बाद में रिश्वतखोरी के आरोपों के बीच कुछ समय के लिए उन्हें जेल भी जाना पड़ा। रेड्डी ने पांचवीं क्लास तक अपने गृह नगर में पढ़ाई की और बाद में हैदराबाद में पढ़ाई की। उस्मानिया विश्वविद्यालय के एवी कॉलेज से उन्होंने बीए की डिग्री ली।रेवंत रेड्डी के पैतृक गांव में उत्साह की लहर है, क्योंकि वहां के निवासियों को उम्मीद है कि वे इलाके का विकास करेंगे।
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हालांकि, रेवंत रेड्डी का कार्यकाल चुनौतियों से भरा हो सकता है क्योंकि उन्हें कांग्रेस की छह चुनावी गारंटियों को लागू करना होगा, केसीआर की अगुवाई में मजबूत विपक्ष का सामना करना होगा और अपनी पार्टी में एकता बनाए रखनी होगी। आठ नवंबर, 1969 को नागरकुर्नूल जिले के कोंडारेड्डीपल्ली गांव में जन्मे रेड्डी 2007 में अविभाजित आंध्र प्रदेश में स्थानीय निकाय निर्वाचन क्षेत्र से विधान परिषद के लिए निर्दलीय चुने गए थे।बाद में वे टीडीपी में शामिल हो गए और पार्टी प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू के भरोसेमंद बन गए।अक्टूबर, 2017 में उन्होंने टीडीपी छोड़ दी और उसी साल कांग्रेस में शामिल हो गए।रेवंत रेड्डी 2018 का विधानसभा चुनाव बीआरएस उम्मीदवार से हार गए और कुछ वक्त तक राजनीति से अलग-थलग भी रहे। रेड्डी 2019 के चुनाव में मल्कानगिरी से लोकसभा के लिए चुने गए। कांग्रेस में जूनियर होने के बावजूद उन्हें 2021 में पीसीसी अध्यक्ष बनाया गया।राहुल गांधी और कर्नाटक के उप-मुख्यमंत्री डी. के. शिवकुमार के करीबी माने जाने वाले फुटबॉल प्रेमी रेड्डी अब सात दिसंबर को तेलंगाना के दूसरे मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं।