Monkeypox In India: विश्वव्यापी कोरोना वायरस महामारी के बीच अब देश में नए वायरस मंकीपॉक्स ने भी दस्तक दे दी है। हाल ही में इसका पहला मामला केरल से सामने आया था, जिसके बाद आज यानी सोमवार को दूसरे मामले की पुष्टि की गई है। जानकारी के मुताबिक, मंकीपॉक्स का दूसरा केस भी केरल से ही सामने आया है। केरल के कन्नूर मं रहने वाले एक युवक में इसकी पुष्टि हुई है।
दूसरे मंकीपॉक्स केस की हुई पुष्टि
आपको बता दें कि, जिस व्यक्ति में मंकीपॉक्स के दूसरे मामले की पुष्टि की गई है वह विदेश से केरल पहुंचा था। युवक में मंकीपॉक्स के कुछ लक्षण दिखाई दिए जिसके बाद उसे कन्नूर के परियाराम मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था जहां टेस्ट के बाद जिला चिकित्सा अधिकारी (DMO) ने इसकी पुष्टि की थी।
अब तक 71 देशों में फैल चुका मंकीपॉक्स
आपको बता दें कि, मंकीपॉक्स अब तक दुनियां के 71 देशों में फैल चुका है। वहीं अब इसने भारत में भी दस्तक दे दी है। इंडिया में इसका पहला मामला 15 जुलाई को सामने आया था जिसके बाद 18 जुलाई को इसके दूसरे मरीज की पुष्टि की गई है। हालांकि अभी तक इसके मामले केरल से ही सामने आ रहे हैं।
केरल के हवाई अड्डों पर शुरु हुआ हेल्प डेस्क
वहीं रविवार को केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने बताया था कि, केरल में मंकीपॉक्स के मामले सामने आने के बाद से तिरुवनंतपुरम, कोच्चि, कोझीकोड और कन्नूर अतंरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर हेल्प डेस्क शुरु कर दिया गया है। साथ ही मंत्री ने कहा कि, जिलों में अलग-अलग केंद्र स्थापित किए गए हैं और जिस भी व्यक्ति में मंकीपॉक्स के लक्षण दिखाई दे रहे है उनको 21 दिनों के लिए घर में ही रहना चाहिए।
इतने हफ्तों के लिए रहता है मंकीपॉक्स का संक्रमण
मालूम हो कि, मंकीपॉक्स एक बहुत ही दुर्लभ बीमारी है। यह उसी वैरियोला वायरस फैमिली का हिस्सा है, जिससे चेचक होता है। बता दें कि, मंकीपॉक्स के लक्षण भी चेचक जैसे ही होते हैं। जानकारी के मुताबिक, ये बीमारी 3 से 4 हफ्ते तक रहती है और संक्रमण के तीन से 4 दिन बाद ही इसके लक्षण दिखाई देने लगते हैं।
मंकीपॉक्स के लक्षण
आपको बता दें कि, मंकीपॉक्स से संक्रमित व्यक्ति में बुखार, बदन दर्द, कोशिकाओं में सूजन और शरीर पर चकते, गले में खराश और खाने को निगलने में कठिनाई जैसे लक्षण दिखाई देते हैं।