नई दिल्ली(प्रदीप कुमार): उदयपुर के जघन्य हत्याकांड को लेकर राजस्थान और अन्य राज्यों में आक्रोश और प्रदर्शन के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज कन्हैयालाल के पीड़ित परिजनों से मुलाकात की। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने परिजनों को सांत्वना दी और राज्य सरकार की ओर से आर्थिक मदद सौपी। सीएम अशोक गहलोत ने राजस्थान की जनता से कानून व्यवस्था और शांति बनाए रखने की अपील की। सीएम ने कहा कि, 28 जून को उदयपुर में एक युवक की जघन्य हत्या की गई. यह दुर्भाग्यपूर्ण है।राज्य सरकार मुस्तैदी के साथ कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए काम कर रही है। स्थानीय पुलिस ने यूएपीए के तहत मामला दर्ज किया है। इस घटना की जांच के लिए एसआईटी भी बनाई गई है। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया है। आरोपियों के विदेशी संबंध की आशंका को देखते हुए एनआईए भी जांच पड़ताल कर रही है।
मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा, मैं जनता को आश्वस्त करना चाहता हूं कि अपराधी चाहें कितना भी बड़ा हो और किसी भी धर्म का हो, उसे किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। हम प्रदेश में शांति और सद्भाव के लिए प्रतिबद्ध हैं। इधर राजनीतिक विरोधी गहलोत सरकार पर हमलावर हैं।केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि, उदयपुर की घटना के साथ साथ पिछले दिनों राजस्थान में हुईं सभी घटनाओं की जांच होनी चाहिए।केंद्रीय मंत्री शेखावत ने आरोप लगाते हुए कहा कि, करौली की घटना की भी पूरी तरह से जांच नहीं की गई।पुलिस पर कहीं न कहीं अदृश्य दबाव था।राजस्थान में जांच में भी तुष्टिकरण की राजनीति हो रही है।केंद्रीय मंत्री शेखावत ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पहले ही इस्तीफा दे देना चाहिए था जब उनकी सरकार बनने के चार महीने बाद लोकसभा चुनाव में राजस्थान में कांग्रेस 25 की 25 लोकसभा सीटें हार गई थीं
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इधर राजस्थान सरकार के बच्चों मंत्री कांग्रेस नेता अलका लांबा ने बीजेपी पर निशाना साधा है। दिल्ली पार्टी मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए अलका लांबा ने कहा कि , भाजपा की भय, नफरत और घृणा की राजनीति ने देश को लगातार पीछे धकेलने का काम किया है।अलका लांबा ने आरोप लगाया कि, आज देश में सांप्रदायिकता बढ़ रही हैं. 2020 में सांप्रदायिक हिंसा की कुल 857 घटनाएं हुईं, जो 2019 की तुलना में 96% ज़्यादा थीं. साल 2020 में ही दिल्ली में सांप्रदायिक दंगों की 520 घटनाएं हुईं, इसी तरह देश भर के आंकड़ों में वृद्धि हुई है. इस दौरान कांग्रेस नेता अलका लांबा ने कहा कि, पीएम मोदी चुप हैं। 13 मुख्य राजनीतिक दलों ने उन्हें शांति की अपील करने को कहा पर वे मौन हैं। कांग्रेस नेता अलका लांबा ने आरोप लगाया कि जानकार मानते हैं कि भाजपा चुनावी जीत के लिए सांप्रदायिकता को बढ़ावा देती है यह कोई संयोग नहीं बल्कि एक सोचा समझा प्रयोग है कि जहां चुनाव आने होते हैं तो वहां किसी न किसी कारण से सांप्रदायिक सद्भाव बिगड़ जाता है।
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