पंकज गैरोला – उत्तराखंड की शांत वादियां गुनहगारों की पनाहगार बन गई है। पहले भी पंजाब के कुख्यात बदमाशों ने उत्तराखंड में पन्हा ली थी तो एक बार फिर पंजाब के अपराधियों के छुपे होने की आशंका है जिसको लेकर उत्तराखंड पुलिस अलर्ट पर है, और जगह-जगह चेकिंग अभियान चलाकर पंजाब के भगोड़े अमृतपाल सिंह को गिरफ्तार करने के प्रयास में जुटी है। पहले भी काशीपुर थाना क्षेत्र के कुंडेश्वरी मे पंजाब के कुख्यात तीन अपराधियों ने शरण ली थी जिनको गिरफ्तारी करने के लिए पंजाब पुलिस और उत्तराखंड पुलिस ने संयुक्त रूप से अभियान चलाया था।
गिरफ्तारी के दौरान पुलिस और बदमाशों के बीच 2 दर्जन से अधिक राउंड फायरिंग भी चली थी पुलिस ने तीनों ही खूंखार अपराधियों को गिरफ्तार किया था। संदीप सिंह उर्फ भल्ला शिखू पुत्र अंग्रेज सिंह निवासी भटिंडा पंजाब जिस पर गंभीर धाराओं में 07 अभियोग पंजीकृत है। वहीं फतेह सिंह उर्फ युवराज पुत्र बलजिन्दर सिंह निवासी संगरुर पंजाब जिस पर 28 अभियोग पंजीकृत है, अमनदीप जिसके विरुद्ध 09 अभियोग पंजीकृत है। इन खूंखार अपराधियों के पास से आधुनिक हथियारों के साथ जिंदा कारतूस भी भारी मात्रा में बरामद हुए थे। तो एक बार उत्तराखंड की शांत वादियों में खालिस्तान समर्थक और वारिस पंजाब दे संगठन का मुखिया अमृतपाल सिंह के साथ साथ उस के साथियों , पपल प्रीत हरप्रीत, विक्रमजीत तथा हरजीत की छुपे होने की आशंका है। जिसको लेकर उत्तराखंड में अलर्ट जारी है। तो उधम सिंह नगर में हाई अलर्ट जारी है क्योंकि उधम सिंह नगर में पहले भी कुख्यात अपराधी हत्यारों के साथ छुपे थे और इस जनपद में पंजाब से कनेक्शन ज्यादा है। साथी जनपद उधम सिंह नगर और राज्यों की सीमाओं से भी जुड़ा है।
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पंजाब के कुख्यात बदमाशों ने पहले भी उत्तराखंड की को गोलियों की गड़गड़ाहट से दहशत में डाल दिया था तो एक बार फिर उत्तराखंड में खालिस्तान समर्थक और वारिस पंजाब दे संगठन का मुखिया अमृतपाल सिंह छुपे होने की आशंका ने उत्तराखंड में डर का माहौल बना दिया है। पुलिस अमृतपाल के छुपे होने की आशंका को ही गंभीरता से लेते हुए एक्शन में दिखाई दे रही है जगह-जगह पोस्टर लगाकर चेकिंग अभियान भी चल रही है , खुफिया तंत्र भी अलर्ट है, लेकिन अभी तक अमृतपाल के होने की पुष्टि उत्तराखंड में नहीं हो पाई है। बरहाल देखने वाली बात होगी कि उत्तराखंड में अमृतपाल छुपा है या फिर नहीं,