हरियाणा में लोकसभा उम्मीदवारों के नाम तय करने को लेकर अब अगले हफ्ते कांग्रेस CEC की बैठक होगी। इससे पहले शुक्रवार 5 अप्रैल को हुई CEC बैठक में कोई सहमति नहीं बन पाई। सूत्रों के मुताबिक बैठक की शुरुआत ही हंगामेदार रही। दिल्ली में 5 अप्रैल को कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति CEC की बैठक हुई। इस बैठक में हरियाणा में उम्मीदवारों के नाम पर चर्चा तो हुई पर नाम फाइनल नहीं हो पाए। सूत्रों के मुताबिक बैठक की शुरुआत ही हंगामेदार रही।
CEC बैठक में मौजूद रहीं कुमारी शैलजा
अंबाला में उम्मीदवारी को लेकर बैठक में मौजूद कुमारी शैलजा ने कहा कि वे अंबाला या सिरसा कहीं से भी चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं, साथ ही शैलजा ने कहा कि मैं तैयार हूं पर दूसरे भी लड़े। शैलजा का इशारा पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा की ओर था। शैलजा ने कहा कि दूसरों को भी सोनीपत से लड़ना चाहिए।
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गुड़गांव सीट पर चर्चा तो हुई मगर कैप्टन अजय यादव और सुभाष यादव की उम्मीदवारी को लेकर सहमति नहीं बन पाई। वहीं बैठक में कहा गया कि जब रोहतक से दीपेंद्र हुड्डा को लड़ना है तो श्रुति चौधरी को भी भिवानी महेंद्रगढ़ से लड़ाया जाना चाहिए। जानकारी के मुताबिक एक सदस्य ने कहा कि जब हमारे पास कैंडिडेट है तो फिर बाहर से बुलाने की जरूरत नहीं है। अगर पंजाबी कैंडिडेट की बात हो रही है तो उसे रोहतक से क्यों नही लड़ाया जा रहा है। बैठक में ये बहस इसलिए भी अहम हो जाती है जबकि हरियाणा से राज बब्बर की दावेदारी की भी चर्चाएं रही है।
CEC बैठक में क्या बोले दीपक बावरिया ?
हालांकि बैठक को लेकर मीडिया से बात करते हुए हरियाणा कांग्रेस प्रभारी दीपक बावरिया ने कहा कि बैठक में स्क्रीनिंग कमेटी की रिपोर्ट पेश की गई। जिसमें लोकसभा उम्मीदवारों के पैनल को दिया गया। बैठक में सुझाव दिया गया कि इसको हम शॉर्ट लिस्ट कर लें। बाबरिया ने कहा कि कई जगह पर पैनल था तो हमें कहा गया कि सिंगल नाम लेकर आईए। अब अगली बैठक में उम्मीदवारों का नाम फाइनल हो जाएगा।
हरियाणा में केंद्रीय चुनाव समिति CEC की बैठक अब अगले हफ्ते होगी।इस बीच चर्चाएं है कि हिसार सीट पर कांग्रेस बीजेपी नेता कुलदीप बिश्नोई के भाई और पूर्व डिप्टी सीएम चंद्रमोहन को चुनाव मैदान में उतारने पर विचार कर सकती है।