(अजित सिंह ): आउटर नोर्थ दिल्ली की साइबर क्राइम यूनिट ने DSIIDC अधिकारियों के रूप में फर्जीवाड़ा करने वाले पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। इन लोगों पर फैक्ट्री मालिकों से धोखाधड़ी करने का आरोप है।पुलिस के अनुसार, आरोपी फैक्ट्री मालिकों को फोन करते थे और खुद को DSIIDC अधिकारी बताते थे। वे फैक्ट्री मालिकों को बिना ब्याज या टैक्स के लंबित ग्राउंड रेंट बिल जमा करने के लिए प्रेरित करते थे। धोखाधड़ी करने वाले फ़ैक्टरी मालिकों ने ऑनलाइन भुगतान विधियों का उपयोग करके धोखाधड़ी वाले खातों में भुगतान किया।
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पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने तीन FIR के आधार पर गिरफ्तारी की है। इन FIR में फैक्ट्री मालिकों से कुल 25 लाख रुपये की धोखाधड़ी का आरोप है।पुलिस के अनुसार, आरोपियों का सरगना विक्रम सक्सेना है, जिसे पहले भी EOW ने गिरफ्तार किया था। वह DSIIDC की कार्यप्रणाली और लोगों को धोखा देने के लिए ऑनलाइन उपलब्ध जानकारी से अच्छी तरह परिचित है।अन्य आरोपियों में रवि चौधरी, शाह हसन नकवी, सकलेन नकवी और वेद प्रकाश तोमर शामिल हैं।
पुलिस ने बताया कि आरोपियों के पास से नकद, मोबाइल फोन, लैपटॉप और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बरामद किए गए हैं।पुलिस ने कहा कि आरोपियों के खिलाफ आगे की जांच जारी है।धोखाधड़ी से बचने के लिए ये सावधानियां बरतें।किसी भी व्यक्ति को अपना बैंक खाता या क्रेडिट कार्ड नंबर न दें।किसी भी व्यक्ति को अपना आधार कार्ड, पैन कार्ड या अन्य निजी जानकारी न दें।किसी भी व्यक्ति को बिना सोचे समझे पैसे न दें।किसी भी संदिग्ध कॉल या ईमेल पर ध्यान न दें।अगर आप किसी धोखाधड़ी का शिकार होते हैं, तो तुरंत पुलिस को रिपोर्ट करें।