( सत्यम कुशवाह )- अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन समारोह में कांग्रेस के न्योता ठुकराने के बावजूद पार्टी के नेता श्रीकल्कि पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम को वहां जाना और पीएम मोदी की तारीफ करना भारी पड़ गया है। कांग्रेस ने रविवार को बड़ा फैसला लेते हुए उन्हें छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है। इसके बाद उन्होंने कहा है कि “राम” और “राष्ट्र” पर समझौता नहीं किया जा सकता।
उत्तर प्रदेश के संभल में स्थित श्री कल्कि धाम में प्रेसवार्ता कर श्रीकल्कि पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कांग्रेस से निष्कासित होने पर कहा है कि ” जो वचन मैंने 16-17 साल की आयु में राजीव गांधी को दिया था वो वचन आजतक निभाया है और आज इस उम्र में एक संकल्प ले रहा हूं कि मैं आजीवन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ खड़ा रहूंगा।”
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इसके साथ ही उन्होंने कहा कि ” मैं कांग्रेस की विचारधारा से जु़ड़ा रहा हूं। सबसे पहले रामराज्य का सपना महात्मा गांधी ने देखा था और जो सपना गांधी जी ने देखा था वो मोदी जी पूरा कर रहे हैं और नरेंद्र मोदी भारत के पीएम हैं और देश के हित में अच्छे फैसले ले रहे हैं तो उनका समर्थन भी होना चाहिए। मगर कांग्रेस पार्टी का नेतृत्व नरेंद्र मोदी से इतनी नफरत करता है कि उन्होंने मोदी से नफरत करते – करते पूरे देश से नफरत करना शुरू कर दिया है। मोदी से नफरत करते-करते सनातन को मिटाने पर तुले हुए हैं।
इससे पहले उनका एक और बड़ा बयान सामने आया था जिसमें उन्होंने INDIA गठबंधन के सहयोगी दल समाजवादी पार्टी को निशाने पर लेते हुए कहा कि ” मंदिर द्रोही समाजवादी पार्टी – राम द्रोही समाजवादी पार्टी – हिन्दू द्रोही समाजवादी पार्टी- कल्कि धाम विरोधी समाजवादी पार्टी । हिंदू का एक भी वोट समाजवादी पार्टी को नहीं मिलेगा। इसके साथ ही पीएम मोदी की तारीफ करने के सवाल पर उन्होंने कहा था कि पीएम मोदी कोई BJP के थोड़े हैं वो देश के पीएम है इस नाते वो हमारे भी हैं और वह अगर कोई अच्छा काम कर रहे हैं तो उसकी सराहना करनी चाहिए।