प्रदीप कुमार- लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने आज राजस्थान की गंगापुर सिटी में ‘सहकार किसान सम्मेलन’ को संबोधित किया। यह कार्यक्रम उर्वरक सहकारी संस्था इफको द्वारा आयोजित किया गया था और इस सम्मेलन में केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह और अन्य विशिष्टजनों ने भी भाग लिया। इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए, बिरला ने कृषक समुदाय, विशेषकर महिलाओं को धन्यवाद दिया जो बड़ी संख्या में समारोह में शामिल होने के लिए आये थे। श्री बिरला ने कहा कि सम्मेलन में भाग लेने के लिए आए लोगों के उत्साह से भारत में सहकारी आंदोलन की लोकप्रियता का पता चलता है ।
लोक सभा अध्यक्ष ने कहा कि सहकारी आंदोलन में केवल किसान ही शामिल नहीं हैं, बल्कि इसमें मजदूर, कर्मचारी, महिलाएं आदि भी शामिल हैं जो एक समान लक्ष्य के लिए मिलकर काम कर रहे हैं।ओम बिरला ने बताया कि सहकारी आंदोलन का लक्ष्य न केवल किसानों का विकास है, बल्कि बड़े पैमाने पर समाज का विकास भी है। इस आंदोलन से बिना ब्याज के ऋण और नैनो उर्वरकों के उपयोग और विकास जैसे विभिन्न प्रयासों के माध्यम से बड़े वित्तीय संस्थानों पर निर्भरता कम होने के साथ ही हमारी आयात देनदारियां कम हुई हैं और ग्रामीण भारत में आर्थिक पुनरुत्थान हुआ है।
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बिरला ने कहा कि सहकारिता के लिए एक अलग मंत्रालय की स्थापना और मंत्रालय द्वारा हाल ही में की गई नीतिगत पहलों से भारत में सहकारी क्षेत्र पुनर्जीवित और मजबूत हुआ है। बिरला ने यह भी कहा कि सहकारी आंदोलन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा परिकल्पित ‘आत्मनिर्भर’ भारत का सच्चा रूप है। उन्होंने ऑपरेशन फ्लड की सफलता का उदाहरण देते हुए कहा कि इस अभियान से भारत में अमूल जैसे सबसे सफल सहकारी संस्था की स्थापना हुई। उन्होंने यह भी कहा कि हमें ऐसी पहलों से प्रेरणा लेनी चाहिए और उन्हें हर गांव में दोहराना चाहिए। उनका मानना था कि सहकारी आंदोलन की सफलता सबसे दूर स्थानों के अंतिम किसान को लाभ पहुंचाने में निहित है।
ओम बिरला ने लोगों को ग्राम सहकारी समितियों में पूरे उत्साह के साथ भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया और कहा कि यह कृषि पद्धतियों, बीजों, उर्वरकों के साथ-साथ वित्तीय सहायता आदि के बारे में जानकारी के प्रसार का एक उत्कृष्ट माध्यम है।ओम बिरला ने एक ऐसे नए भारत के विजन की बात की जिसमें प्रत्येक गांव की अपनी खाद्य प्रसंस्करण इकाइयां होंगी ताकि दूर के इलाकों में उगाए जाने वाले खाद्यान्नों को उसी दिन बड़े शहरों या शहरी क्षेत्रों में पहुंचाया जा सके। उन्होंने लोगों से इस विजन को वास्तविकता में बदलने के लिए सहकारी आंदोलन का समर्थन करने का आग्रह किया।
ओम बिरला ने कहा कि सहकारी आंदोलन अब वास्तव में जमीनी स्तर का आंदोलन बन चुका है जिसमें भ्रष्टाचार को समाप्त करने, पारदर्शिता बढ़ाने और आत्मनिर्भरता सुनिश्चित करने की क्षमता है।ओम बिरला ने केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह को समारोह में उनकी उपस्थिति के लिए धन्यवाद दिया।इस अवसर पर कई संसद सदस्य, इफको के पदाधिकारी और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।