( सत्यम कुशवाह ), Banking Fraud Cases- देशभर में साइबर ठगों के नापाक कारनामों से जनता त्रस्त है। आए दिन बैंकिंग फ्रॉड का कोई ना कोई नया मामला सामने आता है और पीड़ित बस अपना माथा पकड़ कर रह जाता है। इस तरह ऑनलाइन ठगी के बढ़ते मामलों पर भारत सरकार एक्शन मोड में आ गई है और जल्द ही साइबर ठगों पर नकेल कसने के लिए विशेष योजना तैयार कर धरातल पर उतारने वाली है, जिससे देश की भोली भाली जनता को ऑनलाइन ठगी से बचाया जा सके।
आपको बता दें, देश में साइबर क्राइम के जरिए बैंकिंग फ्रॉड के मामले लगातार बढ़ रहे हैं जिसे लेकर जनता के साथ सरकार भी चिंतित है। साइबर ठगों पर नकेल कसने के लिए और उन्हें मात देने के लिए भारत सरकार खास रणनीति बना रही है जल्द ही इन मामलों से निपटने के लिए सरकार नई गाइडलाइंस जारी करेगी और नई योजना के तहत ऑनलाइन ठगी का शिकार हुए लोगों को उनके पैसे वापस दिलाने की पूरी कोशिश की जाएगी। नई गाइडलाइंस जारी होने के बाद साइबर ठगी से जुड़े मामले आसानी से निपटाए जा सकेंगे। इसके लिए जल्द ही SOP यानी स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर जारी हो सकता है जिसको बैंक और फाइनेंसियल संस्थान जारी करेंगे।
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गौरतलब है, संसद में अंतरिम बजट सत्र के दौरान 6 फरवरी को सरकार द्वारा बीते वर्ष 2023 के जारी आंकड़ों के मुताबिक, देश में कुल 11.28 लाख साइबर क्राइम केस सामने आए, जिसमें जनता से 7,488.6 करोड़ रुपये की ठगी हुई। ऑनलाइन ठगी के आधे से अधिक मामलों में देश के शीर्ष पांच राज्यों में उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान और हरियाणा थे, जिसमें करीब 2 लाख मामलों के साथ उत्तर प्रदेश शीर्ष पर था जो देशभर के अन्य राज्यों से सबसे अधिक था। वहीं वित्तीय धोखाधड़ी की रिपोर्ट करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से “भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र के तहत “सिटिजन फाइनेंशियल साइबर फ्रॉड रिपोर्टिंग और मैनेजमेंट सिस्टम” की स्थापना भी की गई है ऐसी जानकारी दी गई।
इससे पहले भारत सरकार ने साल 2022 में बैंकिंग फ्रॉड से जनता को बचाने के लिए मात्र 6 अंकों का एक हेल्पलाइन नंबर- 155260 जारी किया था जिसे डायल कर आसानी से पीड़ित अपनी शिकायत दर्ज करा सकता है और अपनी खोई रकम भी वापस पा सकता है। साइबर अपराध से जुड़े मामले की जानकारी देते हुए इस नंबर को साइबर क्राइम पुलिस द्वारा काफी प्रचारित भी किया गया, जिससे कि लोग इसे अपने मोबाइल में फीड रखें ताकि कभी भी जरूरत पड़ने पर तुरंत एक्शन लिया जा सके।