दिल्ली: दो हजार टैराकोटा पॉट से तैयार क्रिसमस ट्री लॉन्च

शुक्रवार को क्रिसमस समारोह की धमाकेदार शुरुआत के साथ ही दिल्ली के ली मेरिडियन होटल में 2000 टेराकोटा पॉट से तैयार क्रिसमस ट्री को लॉन्च किया गया । मीना भाटिया, वाइस प्रेसिडेंट, ली मेरिडियन: आज हम अपना क्रिसमस सेलेब्रेशन से साल शुरू कर रहे हैं। और शुरुआत की है हमने अपने क्रिसमस ट्री को अनवेल करके। क्रिसमस ट्री हमारा हमेशा एक कहानी होता है। सिर्फ एक ट्री नहीं होता, एक कहानी होती है, जिसमें कि हम कम्युनिटी को साथ लेके चलते हैं, जिसमें हम एनवायरमेंट का खास ध्यान रखते हैं। इस बार का क्रिसमस ट्री बनाया गया है 2000 मटकों से। ये 20 फीट टॉल क्रिसमस ट्री है। मटकों के द्वारा इसकी डेकोरेशन की गई है, फॉर्मेशन की गई है। इससे हम सिर्फ ये बता रहे हैं कि सिर्फ सारी ये जो चीजें हैं, ये रीयूजेबल हैं, सस्टेनेबल हैं।

वीओ: इस कार्यक्रम में शामिल हुईं भारत में ऑस्ट्रिया की राजदूत कथरीना वीसर ने कहा कि ये रचना स्थिरता और पारंपरिक कला रूपों को संजोने और जीवित रखने के महत्वपूर्ण मुद्दे को ध्यान में रखती है।सुंदर टेराकोटा पेड़ के अनावरण में उपस्थित होना मेरे लिए शानदार मौका है। ये क्रिसमस ट्री है जो स्थिरता के महत्वपूर्ण मुद्दे के अनुरूप है। न सिर्फ स्थिरता, बल्कि पारंपरिक हस्तशिल्प को संजोने और जीवित रखने का भी जरिया है। मुझे लगता है कि ये क्रिसमस मनाने के साथ कई मुद्दों का बेहतरीन संयोजन है।क्रिसमस ट्री तैयार करने में मदद करने वाले होटल स्टाफ के मुताबिक पेड़ बनाने में टीम को 80 घंटे लगे।

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नेहमत मोगा, होटल स्टाफ:ये जो क्रिसमस ट्री है इसमें 2000 पॉट्स लगे हैं। खाली मटके नहीं, कुल्हड़, गुल्लक और अलग-अलग किस्म के कलश और हांडियां। हर टाइप के टेराकोटा के अलग आइटम्स हमने इसमें लगाए हैं। इसमें 2000 पॉटर जो हैं, उन्होंने कॉन्ट्रिब्यूट करा है इसे बनाने के लिए। और इसको लगाने के लिए हमको 80 आवर्स लगे हैं। कॉन्सटैंटली जैसे हम रात को होटल में काम करते थे, पूरी रात। फिर सुबह जाते थे। फिर वापस। तीन दिन हमने काम करा है इसको खड़ा करने के लिए। एंड जो पूरा कॉन्सेप्ट इस ट्री का है, वो सस्टेनेबिलिटी और ईको फ्रेंडली है।टेराकोटा पॉट का इस्तेमाल करके क्रिसमस ट्री तैयार करना भारतीय संस्कृति को पुनर्जीवित करने की एक कोशिश है।

(Source PTI )

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