(अजय पाल) मध्यप्रदेश के कूनो नेशनल पार्क से मादा चीता सियाया ने चार शावकों को जन्म दिया। जन्म देने के बाद मादा चीता सियाया व चारो नन्हे शावक बिल्कुल स्वस्थ बताए जा रहे है। अब कूनो नेशनल पार्क में चीते नए वातावरण में पूरी तरह ढल रहे है।
आपको बता दे कि एक विशेष टीम मादा चीता व चारों नन्हें मेहमान का विशेष ध्यान रख रही है। चीता संरक्षण अभियान में शामिल वन विभाग की टीम ने खुशी जाहिर की।
केंद्रीय पर्यावरण मंत्री ने खुशी जाहिर की
केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने भारत में चीतों के जन्म पर खुशी जाहिर की। भूपेंद्र यादव ने ट्वीट करते हुए लिखा कि मुझे यह बताते हुए खुशी जाहिर हो रही है। प्रधानमंत्री मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में 17 सितंबर 2022 में भारत लाए गए एक चीते के चार शावकों का जन्म हुआ।
मादा चीता साशा की दुखद मौत
दो दिन पहले नामीबिया से लाई गयी फीमेल चीता साशा की 27 मार्च को मौत हो गयी थी।सायसा की मौत होने का मुख्य कारण किडनी फेल होना बताया गया था।
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भारत में 1952 में विलुप्त हो चुके है चीते
भारत में चीतों को 1952 में विलुप्त घोषित कर दिया गया था। साल 2009 में भारत में एक बार फिर से चीतों को बचाने की मुहिम पर प्रोजेक्ट चीता की शुरुआत की गयी। लगभग 22 साल के लंबे इंतजार के बाद साल 2022 में देश में एक बार फिर से नामिबिया से लाकर आठ चीतों को भारत में बसाया गया। इसी साल दक्षिण अफ्रीका से 12 चीतों को भी भारत में लाया गया था।