(सुनील जिंदल): गन्ने के भाव बढ़वाने की मांग को लेकर किसान लगातार आंदोलन करते आ रहे हैं। गोहाना के आहुलाना में स्थित देवीलाल शुगर मिल के बाहर किसान 5 जनवरी से धरने पर बैठे हुए है। किसानों का कहना है की कल करनाल में किसान नेताओं व सरकार के बीच कुछ सहमति बनी है जिस के चलते सरकार ने 16 जनवरी तक का समय माँगा है। किसानों का कहना है कि16 जनवरी तक गन्ने के भाव में बढ़ोतरी नहीं हुई तो किसान 17 जनवरी से अपने गन्ने की छिलाई बंद कर 20 जनवरी को शुगर मिल को ताला लगाने का काम करेंगे। किसानों की मांग है की सरकार गन्ने का भाव 450 रुपये प्रति क्विंटल करे ताकि किसानो की लागत पूरी हो सके।
भारतीय किसान यूनियन चढूनी ग्रुप के जिला अध्यक्ष अशोक लठवाल ने बताया प्रदेश में किसानों को गन्ने का जो भाव दिया जा रहा है वह बहुत ही कम है किसानों को गन्ने का भाव प्रति क्विंटल 362 रुपए मिल रहा है जबकि पंजाब में गन्ने का भाव 380 रुपए है इसके बावजूद सरकार ने प्रदेश में अभी तक गन्ने का भाव बढ़ाने की घोषणा नहीं की है जबकि शुगर मिलों में पेराई सत्र शुरू हुए डेढ़ महीने से ज्यादा का समय हो चुका है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार अनदेखी कर रही है जिससे किसानों में रोष है।
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किसानो ने बताया आज किसानों की लागत लगातार बढ़ती जा रही है और किसानो को उनकी फसलों के उचित भाव नहीं मिल रहे जिस के चलते किसान लगातार गन्ने के भाव को बढ़वाने की मांग को लेकर प्रदर्शन करते आ रहे है। सरकार ने 16 जनवरी तक गन्ने के भाव में बढ़ोतरी नहीं हुई तो किसान 17 जनवरी से अपने गन्ने की छिलाई बंद कर 20 जनवरी को शुगर मिल को ताला लगाने का काम करेंगे।