Health Problem: खून में शुगर की मात्रा बढ़ने से ब्लड प्रेशर और डायबिटीज के बढ़ने की संभावना बढ़ जाती है। इससे स्वास्थ्य खराब हो जाता है। डॉक्टरों का कहना है कि कई लोग बढ़ते बीपी और शुगर लेवल से अनजान होते हैं, जिस वजह से बीपी और शुगर लेवल बढ़ जाता है और फिर सेहत पर इमरजेंसी खतरा मडराने लगता है। डॉक्टरों का कहना है कि बीपी और शुगर दोनों का बढ़ना खतरनाक है, इसलिए लगातार जांच करवाना चाहिए और सावधान रहना चाहिए।
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रिपोर्ट्स की मानें तो हाई बीपी और शुगर से पीड़ित 25 से 30 प्रतिशत मरीज हर दिन ओपीडी में उपस्थित होते हैं। दैनिक रूप से, हॉस्पिटलों में बीपी और शुगर के मरीजों की संख्या बढ़ी है। हाइपरटेंशन और डायबिटीज की दवाओं का उपभोग बढ़ा है। शुगर और बीपी बढ़ने से सेहत को काफी अधिक नुकसान होता है। शुगर की मात्रा बढ़ने पर शरीर में लक्षण दिखाई देते हैं। ब्रेन हेमरेज, पैरालाइसिस अटैक जैसी मेडिकल इमरजेंसी बीपी बढ़ने से होती हैं।
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खून में शुगर की मात्रा बढ़ने से शरीर अंदर से खोखला होने लगता है। ब्रेन हेमरेज (BP) की शिकायत हो सकती है। बीपी अधिक होने पर हर दिन दवा लेनी चाहिए। ज्यादा ऑयली और नमक खाने से भी बचना चाहिए। ओपीडी में बीपी और शुगर के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इन दोनों बीमारियों की खपत काफी बढ़ी है। बीपी और शुगर के मरीजों को हर दिन दवा लेनी चाहिए।