Heart Attack BP : आज के समय की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग अपनी सेहत और खानपान पर थोड़ा भी ध्यान नही पाते है. न ही नीद पूरी कर पाते हैं और न ही शरीर को आराम दे पाते है.इन्हीं वजह से बीमारियों का खतरा बढ़ने लगता है. सबसे ज्यादा नुकसान हार्ट को होता हैं क्योंकि नींद पूरी न होने के कारण बीपी, कोलेस्ट्रॉल बढ़ जाता है. बीपी, कोलेस्ट्रॉल बढ़ जाने के कारण हार्ट अटैक आने का खतरा बन जाता है.आज हम आपको इस आर्टिकल में इन खतरनाक बीमारियों से बचने के लिए उपायों के बारे में बता रहे हैं.
ऐसे में इससे बचने के लिए वीकेंड पर कंप्लीट रेस्ट बेहद ही फायदेमंद होता है.आपको बता दें कि एक नई स्टड़ी में खुलासा हुआ है कि अगर वीकेंड यानी छुट्टी वाले दिन पर्याप्त नींद लेकर सोया जाए तो बाकी दिन की नींद की कमी पूरी हो जाती है. नींद पूरी होने से शरीर स्वस्थ रहता है.
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दिल की सेहत के लिए नींद क्यों जरूरी है- जब हम सोते है तो हमारा शरीर पूरी तरह आराम करता है और खुद की मरम्मत करता है. सोते व्क्त व्यक्ति की हार्ट स्पीड और ब्लड प्रेशर कम हो जाता है. क्योंकि उसकी सांसे नियमित हो जाती हैं. इसके अलावा, आप जितना कम सोएंगे, आपका तनाव हार्मोन कोर्टिसोल उतना ही अधिक समय सक्रिय रहेगा. जबकि यह आपके मेटाबॉलिज्म और तनाव से लड़ने के लिए जरूरी है. कोर्टिसोल के लगातार हाई लेवल का मतलब है कि आपके शरीर को इसकी आदत हो जाएगी. एक्स्ट्रा कोर्टिसोल से सूजन हो सकती है, अधिक केमिकल निकल सकते हैं जो प्लेटलेट के गाढ़ेपन या ब्लड क्लॉटिंग को ट्रिगर कर सकते हैं. ब्लड शुगर के लेवल को कंट्रोल करने में मदद करते हैं. इससे इंसुलिन प्रतिरोध और अन्य हार्ट से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं
नींद की कमी से क्या-क्या होती हैं समस्याएं- नींद पूरी नहीं होती है तो बीपी हाई, डायबिटीज, मोटापा और हार्ट डिजीज का खतरा काफी ज्यादा बढ़ जाता है. अगर व्यक्ति पूरी नींद नही ले पाता है तो थकान और ऊर्जा की कमी, एकाग्रता और स्मृति की कमी, पाचन संबंधी समस्याएं, वजन बढ़ना और मोटापा,हाई ब्लड प्रेशर, टाइप 2 डायबिटीज, मोटापा और हार्ट डिजीज का खतरा काफी ज्यादा रहता है. नींद पूरी न होने पर स्ट्रेस हार्मोन रिलीज होता है और शरीर में इंफ्लामेशन बढ़ जाता है. इससे हार्ट में भी इंफ्लामेशन होता है, जिससे हार्ट अटैक का जोखिम बढ़ जाता है.रिलीज होता है और शरीर में इंफ्लामेशन बढ़ जाता है. इससे हार्ट में भी इंफ्लामेशन होता है, जिससे हार्ट अटैक का जोखिम बढ़ जाता है.
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वीकेंड में कितने समय तक सोना चाहिए- अगर आप अपनी नींद पूरी करनी है तो तो वीकेंड पर ज्यादा सोने की जरूरत होगी, जिसका असर आपकी पर्सनल और सोशल लाइफ पर पड़ सकता है. 2023 में नेशनल स्लीप फाउंडेशन के एक अध्ययन से पता चला है कि एक घंटे की नींद की कमी को पूरा करने के लिए भी काफी ज्यादा समय लगता है. इसलिए हफ्ते के 5 दिनों की नींद की कमी को पूरा करने के लिए वीकेंड पर 48 घंटे से ज्यादा की जरूर होती है.