LIfestyle : मूवी देखना लगभग सभी को पंसद होता है. किसी को भूतिया मूवी तो किसी को एक्शन मूवी देखना पंसद होता है. हर किसी को अलग-अलग तरह की मूवी देखना पंसद होता है. कई बार ऐसा होता है कि इमोशनल फिल्म देखने के बाद हम खुद को रोने से नहीं रोक पाते है. लेकिन क्या आप जानते हैं फिल्म देखकर रोने वालों की कम उम्र में मरने की संभावना ज्यादा होती है.ऐसा हम नही बल्कि एक रिसर्च में कहा गया है. यह सुनकर आपको थोड़ा अजीब लग सकता है, लेकिन इसके पीछे कई फैक्टर जुड़े हुए है.
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फ्लोरिडा स्टेट यूनिवर्सिटी में हुए एक रिसर्च के मुताबिक जो लोग फिल्म देखते समय रो देते हैं. वह अकेलापन के शिकार होते हैं. आपको बता दें कि ये यह स्टडी 54 साल से कम उम्र वाले लोगों को पर किया गया. यूके बायो बैंक में इकट्ठा किए गए 5 लाख लोगों के डेटा के आधार पर 17 साल तक इस शोध में हिस्सा लेने वाले लोगों को शामिल किया गया. सबसे पहले तो इस रिसर्च में समय से पहले मृत्यु और न्यूरोटिसिजम की जांच की गई.
अकेलेपन के कारण शरीर कई बीमारियों के शिकार – अकेलेपन के कारण चिड़चिड़ापन. डर और उदासी जैसे लक्षण अक्सर इसके शुरुआती लक्षण दिखाई देते हैं. अकेलापन के कारण समय से पहले मौत के जोखिम को बढ़ाता है.रिसर्चर ने पाया कि अकेलापन खुद को खत्म करने की प्रवृति को खत्म करता है. सिर्फ इतना ही नहीं यह पाचन तंत्र को भी काफी ज्यादा प्रभावित करता है.
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आपको बता दें कि रिसर्च के दौरान मरने वाले लोगों की सख्या 43 हजार थी इन में से 291 लोगों ने वहीं लोगों ने सुसाइड किया है. वह अपराध बोध, तनाव, स्ट्रेस के कारण खुद को खत्म कर दिया. मन में लगातार तरह की नेगेटिव सोच कई बीमारियों को शिकार बना देती है और यही बीमारी मौत का कारण बन जाता है.
