पीएम मोदी ने बुधवार को संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान जवाब देते हुए किसान आंदोलन पर भी बड़ी बात कही। पीएम मोदी ने सदन में कहा कि इस कोरोना काल में तीन कृषि कानून भी लाए गए थे। देश में कृषि के सुधार का सिलसिला जरूरी है और सालों से हमारा कृषि क्षेत्र जो दबाव महसूस कर रहा है उसके लिए हमने प्रयास किया है। यहां पर जो चर्चा हुई विशेषकर कांग्रेस के साथियों ने जो चर्चा की उसमें कानून के कलर पर तो बहुत चर्चा हुई कि ब्लैक है कि व्हाइट है अच्छा होता उसके कंटेंट पर चर्चा करते अच्छा होता कि उसके इंटेंट पर चर्चा करते ताकि देश के किसानों तक सही चीज पहुंच सकती।
पीएम मोदी ने आगे कहा कि अगर कानून में कोई बदलाव करना होगा तो करेंगे। कृषि कानूनों के हर पहलूओं पर चर्चा की गई थी। पीएम मोदी ने कहा कि ये हो–हल्ला एक सोची समझी रणनीति के तहत है। जो हो–हल्ला बाहर चल रहा है वही अंदर हो रहा है। सच को रोकने के लिए ये लोग हो–हल्ला कर रहे हैं। इन्हें झूठ–अफवाह का पर्दाफाश होने का डर है लेकिन इससे ये लोग किसी का भरोसा नहीं जीत पाएंगे। संबोधन के बीच विपक्षी की तरफ से लगातार हो रही टोकाटोकी से नाराज पीएम मोदी ने कहा कि अधीर रंजन जी अब ज्यादा हो रहा है।