दिल्ली (अवैस उस्मानी): पंजाब में 5 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में हुई चूक के मामले में सुप्रीम कोर्ट की नियुक्त कमिटी ने फिरोजपुर के तत्कालीन एसएसपी हरमनदीप सिंह हंस को जिम्मेदार बताया है। दरअसल पंजाब में बठिंडा से फिरोजपुर सड़क मार्ग से जाते समय प्रधानमंत्री के काफिले को 20 मिनट तक एक फ्लाईओवर पर रुकना पड़ा था। सुप्रीम कोर्ट की कमिटी ने कहा कि प्रधानमंत्री की यात्रा का मार्ग बदले जाने की सूचना पहले से मिलने के बावजूद एसएसपी अपना दायित्व निभा नहीं पाए। कमेटी ने सुप्रीम कोर्ट को सौंपी रिपोर्ट में प्रधानमंत्री की सुरक्षा को लेकर कुछ सिफारिशें किया है। सुप्रीम कोर्ट में कमेटी की रिपोर्ट केंद्र सरकार को सौपा और कहा कि केंद्र सरकार कमेटी की रिपोर्ट को कार्रवाही करें।
मामले की सुनवाई की शुरुआत में सुप्रीम कोर्ट की कमेटी ने अपनी रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट को सौपी। जिसको सुप्रीम कोर्ट में मुख्य न्यायाधीश जस्टिस एनवी रमना की तीन सदस्य पीठ ने कोर्ट में पढ़ा। इसके बाद मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना ने कहा कि कमेटी ने फ़िरोज़पुर के तत्कालीन SSP हरमनदीप सिंह हंस की गलती पाई है। राज्य के एडिशनल DGP जी नागेश्वर राव ने सुबह 10.20 पर प्रधानमंत्री का रूट बदले जाने की सूचना दी थी, SSP हंस को दो घंटे पहले इसकी जानकारी थी उनके पास पर्याप्त सुरक्षाकर्मी भी थे, लेकिन उन्होंने पीएम मोदी के यात्रा मार्ग में उचित सुरक्षा व्यवस्था नहीं किया। पीएम की सुरक्षा में चुक के मामले में जस्टिस इंदु मल्होत्रा कमिटी ने पीएम की सुरक्षा से जुड़ी ब्लू बुक की समय-समय पर समीक्षा की सिफारिश किया है। कमिटी ने देश के पुलिस अधिकारियों को अति विशिष्ट व्यक्तियों (VVIP) की सुरक्षा को लेकर बेहतर ट्रेनिंग देने की भी सिफारिश केया है।
Read also: नई आबकारी शराब नीति को लेकर BJP ने दिल्ली में 19 जगहों पर किया जोरदार प्रदर्शन
पंजाब में प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक के मामले में जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट ने 12 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट ने एक कमिटी का गठन किया था। कमिटी की अध्यक्षता सुप्रीम कोर्ट की रिटायर जज जस्टिस इंदु मल्होत्रा को दी गई थी। कमिटी में केंद्र और राज्य सरकार के भी अधिकारियों को भी शामिल किया गया था। मुख्य न्यायाधीश एन वी रमना, जस्टिस सूर्यकांत और हिमा कोहली की बेंच ने कहा था कि यह कमिटी सुरक्षा में हुई चूक के सभी पहलुओं की पड़ताल करने के अलावा भविष्य में ऐसी घटनाओं के दोहराव से बचने के उपाय भी सुझाएगी।