UP Crime: मुख्तार अंसारी की मौत के बाद अब उसके बेटे ने भी जेल में जहर दिए जाने की आशंका व्यक्त की है। अब्बास अंसारी को डर है कि उन्हें खाने में जहर मिला कर दिया जा सकता है। अब्बास के वकील की याचिका पर सीजेएम कोर्ट ने उनके खाने की जांच कैमरे के सामने जेल में कराने का आदेश दिया।
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दरअसल, उत्तर प्रदेश के माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की मौत के बाद अब उसके बड़े बेटे अब्बास अंसारी को जहर दिए जाने का भय सता रहा है। अब्बास अंसारी ने कहा कि मेरे पिता की हत्या में शामिल लोग अब जेल प्रशासन से मिलकर मेरी भी हत्या करवा सकते हैं। उसने जहर को खाने में मिलाने की आशंका व्यक्त की है। ऐसा इसलिए भी डर है क्योंकि मुख्तार अंसारी, जो बांदा जेल में बंद था, उसके मौत से कुछ दिनों पहले खाने में जहर दिया था। लियाकत अली, अब्बास अंसारी के वकील, ने इस बारे में जानकारी दी। वकील ने कहा, जेल में उनकी सुरक्षा एक बड़ी चुनौती है। गाजीपुर के CJM ने कासगंज जेल प्रशासन को कहा कि कैमरे की निगरानी में उनके भोजन की जांच करवाई जाए।
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अब्बास अंसारी को सुप्रीम कोर्ट से दी गई तीन दिन की अंतरिम जमानत खत्म होने के बाद उसे जिला जेल से कासगंज जेल भेज दिया गया है। सुबह 4 बजकर 38 मिनट पर अब्बास अंसारी कासगंज जेल के लिए रवाना हुआ। उसे अपने पिता मुख्तार अंसारी की कब्र पर फातिहा पढ़ने का आदेश दिया गया था। 10 अप्रैल को अब्बास अंसारी गाजीपुर पहुंचा। उसने अपने घर पहुंचते ही कालीबाग कब्रिस्तान में जाकर अपने पिता मुख्तार अंसारी की कब्र पर फातिहा पढ़ा। सुप्रीम कोर्ट ने 13 अप्रैल को उसे कासगंज जेल में स्थानांतरित कर दिया। जेल में बांदा में बंद रहे मुख्तार अंसारी की अचानक तबियत बिगड़ने के बाद उन्हें अस्पताल लाया गया, जहां वह मर गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मुख्तार अंसारी की मौत का कारण दिल का दौरा बताया गया था।