Panjab: पंजाब (Panjab) चंडीगढ़ (Chandigarh) में बैसाखी की धूम, लोग नाच-गाकर मना रहे हैं त्योहारके चंडीगढ़ में लोग शनिवार यानी आज 13 अप्रैल को भांगड़ा के साथ नाचते-गाते बैसाखी मना रहे हैं। बैसाखी के त्योहार को फसल की कटाई के सीजन की शुरुआत माना जाता है। सिख कैलेंडर के मुताबिक ये नया साल शुरू होने का भी प्रतीक है। पंजाब और देश के उत्तरी राज्यों में लोग इस त्योहार को बहुत धूमधाम और जोश के साथ मनाते हैं। सिख समुदाय से जुड़े लोग इस दिन गुरुद्वारे जाते हैं और लंगर तैयार करते हैं और लोगों में बांटते हैं। बैसाखी के मौके पर लोगों ने एक-दूसरे को बधाई देते हुए कहा कि मानवता से बड़ा कोई दूसरा धर्म नहीं है।
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चंडीगढ़ के निवासी रोशन सिंह ने कहा कि बैसाखी के ऊपर तो यही मैसेज है कि सारे जितने भी अपने हिंदुस्तान के बाशिंदे हैं, सभी आपस में मिलकर रहें, आपस में भाईचारा बनाकर रखें, यही बैसाखी का सबसे बड़ा महत्व है। दूसरे निवासी मनविंदर सिंह ने कहा कि ये जो हमारा धर्म है इंसानियत का है जो सबसे बड़ा है। उन्होंने कहा कि ये जो बैसाखी का पर्व है ये खुशियों का पर्व है और ये केवल हमारे लिए इतनी खुशियां लेकर आता है बल्कि पूरे हिंदुस्तान के लिए खुशियां लेकर आता है। चंडीगढ़ के एक और निवासी बलकार सिंह सिद्धू ने कहा कि हमारा पैगाम मोहब्बत है, वो जहां तक पहुंचे हम पहुंचाएंगे। तो हम आपस में प्यार-मोहब्बत बनाकर इस तरह से त्योहार मनाते हैं और आगे भी दीगर लोगों को कहते हैं कि इसी तरह मिल-जुलकर सभी त्योहार मनाने चाहिए।