चक्रवाती तूफान ‘जवाद’ पुरी तट से टकराने से पहले ही कमजोर पड़ रहा है, बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने चक्रवाती दबाव के कारण दीघा का समुद्र उबड़-खाबड़ हो गया है, तूफान कमजोर पड़ने के बाद कुछ लोग समुद्र किनारे पहुंचे और मौसम का आनंद उठा रहे हैं ।
“जवाद” के खतरे को देखते हुए पश्चिम बंगाल ने दक्षिण 24 परगना और पूर्वी मेदिनिपुर समेत कई तटीय इलाकों से हजारों लोगों को निकाल लिया है और शनिवार को उत्तर व दक्षिण 24 परगना, पूर्व व पश्चिम मेदिनिपुर, झारग्राम, हावड़ा और हुगली में दिनभर बारिश होती रही है।
ओडिशा सरकार ने समुद्री तट के आसपास रहने वाले सभी लोगों को सुरक्षित स्थल पर पहुंचाया, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, कोस्टल गार्ड समेत स्थानीय पुलिस के जवान भी तैनात हैं और मौसम विभाग के मुताबिक शनिवार सुबह 5:30 बजे चक्रवात जवाद पुरी तट से 410 किमी व विशाखापत्तनम से 230 किमी दूर पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर था।
READ ALSO बारिश के बाद भी दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स 342 हुआ दर्ज
यहां से यह कमजोर पड़ना शुरू हुआ और उत्तर की ओर बढ़ते हुए अगले 12 घंटे में इसके और कमजोर पड़ने का अनुमान जताया है, वहां से यह उत्तर-उत्तरपश्चिम की ओर ओडिशा तट का रुख करेगा व रविवार दोपहर को गहरे दबाव में बदलते हुए पुरी में दस्तक देगा और यहां से यह और कमजोर होता हुआ पश्चिम बंगाल की ओर चला जाएगा।
बंगाल की खाड़ी से उठा चक्रवात जवाद ओडिशा की पुरी पहुंचने से पहले ही सुस्त पड़ता नजर आया, आज दोपहर तक ओडिशा की पुरी से टकराने की संभावना है और कमजोर पड़ने के बाद जवाद से नुकसान भी कम होने की उम्मीद जताई जा रही है।
READ ALSO किसान नेताओं ने बातचीत के लिए बनाया पैनल, इन मुद्दों पर करेंगे सरकार से बात
80 से 100 किलोमीटर की रफ्तार से चलने वाला चक्रवाती तूफान जवाद के कमजोर होने के कारण आंध्र प्रदेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के लोगों ने राहत की सांस ली है, हालांकि, इस दौरान कई राज्यों में बारिश की आशंका जताई गई है, भारत मौसम विज्ञान विभाग ने बताया कि पश्चिम बंगाल में गंगा के तटों से लगते क्षेत्रों और उत्तरी ओडिशा में अलग-अलग जगहों पर बारिश हो सकती है।
इसके अलावा सोमवार को असम, मेघालय और त्रिपुरा के कई क्षेत्रों में भारी बारिश हो सकती है, मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय मोहापात्रा ने कहा, जवाद के कमजोर पड़ने से अधिक नुकसान नहीं होगा, लेकिन इस दौरान आंध्र प्रदेश व ओडिशा में बारिश बढ़ेगी जिससे फसलों को नुकसान हो सकता है।
इसका जो भी असर होगा वह ओडिशा के गंजम, भदरक और बालासोर जिले में होगा, यह नुकसान चक्रवात की तबाही जैसा नहीं होगा और साथ ही श्रीकाकुलम, विजियानगरम व विशाखापत्तनम में भी बारिश बढ़ेगी।
Top Hindi News, Latest News Updates, Delhi Updates,Haryana News, click on Delhi Facebook, Delhi twitter and Also Haryana Facebook, Haryana Twitter.