Bengaluru: लोकसभा चुनाव नजदीक आने के साथ प्रचार के सामान बनाने वालों और बेचने वालों को अपना कारोबार बढ़ने की उम्मीद है। बेंगलुरू (Bengaluru) का रुषभ एंटरप्राइजेज चुनाव प्रचार के सामान बनाने और बेचने के लिए मशहूर है। ये चुनाव प्रचार के सामान बनाने और सप्लाई करने वाली सबसे पुरानी कंपनियों में एक है।
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कंपनी 1954 में बनी थी। फिलहाल इसे मालिकों की तीसरी और चौथी पीढ़ी चला रही है। इसे 1960 के दशक में भारत के पहले प्रधानमंत्री, पंडित जवाहर लाल नेहरू को पेपर बैज और कैप जैसे चुनाव सामान उपलब्ध कराने का गौरव हासिल है। राजनैतिक दलों के लिए चुनाव प्रचार के सामान वोटरों को लुभाने का लोकप्रिय साधन होते हैं।
ये दुकान कई राजनैतिक दलों की जरूरतें पूरी करती है। इसके ग्राहकों में कई विधायक, सांसद और केंद्रीय मंत्री शामिल हैं। हालांकि उनका मानना है कि इलेक्ट्रॉनिक मीडिया प्लेटफॉर्म पर दिए जाने वाले एड्स कुछ हद तक उनके कारोबार पर असर डालते हैं, फिर भी उन्हें चुनाव प्रचार सामानों के काफी ऑर्डर मिलते हैं। लोकसभा चुनाव के लिए वोटिंग 19 अप्रैल से एक जून तक – सात चरणों में होगी। वोटों की गिनती चार जून को होगी।
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रुषभ एंटरप्राइजेज के मालिक हृदय मुनोथ का कहना है कि ये चुनाव प्रचार सामानों का कारोबार करने वाले सबसे पुरानी दुकानों में एक है। चुनाव के दौरान यहां कई व्यापारी आते हैं। ये सबसे पुरानी दुकानों में एक है जो शुरू से इस काम में जुटी है। कारोबार अभी तक रफ्तार नहीं पकड़ पाया है, क्योंकि अभी नामांकन चल रहे हैं। उम्मीदवारों की सूची आने और फिर नाम वापस लेने के बाद मांग बढ़ती है, क्योंकि तभी प्रचार शुरू होता है। दुकान के मालिक अनिल जैन ने कहा कि हमारे पास झंडे, मफलर, टोपी, टी-शर्ट, बंटिंग झंडे और काफी कुछ है। ग्राहक हमसे जो भी चाहता है, हम उसे पूरा करते हैं।