(प्रदीप कुमार): छत्तीसगढ़ में चर्चित नागरिक आपूर्ति निगम-नान घोटाले की जांच को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की चिट्ठी सामने आ गयी है। चिट्ठी में मुख्यमंत्री बघेल का कहना है कि 2004 से 2015 के बीच हुए इस घोटाले में तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के कहने पर एसीबी के अधिकारियों ने आरोपियों को बचा लिया। आरोपियों के पास मिले दस्तावेजों में सीएम सर और सीएम मैडम को पैसा देने की बात दर्ज है, लेकिन उसको चार्जशीट में शामिल तक नहीं किया गया। Chhatishgarh news,
प्रवर्तन निदेशालय को लिखें पत्र में मुख्यमंत्री भपेश बघेल ने आरोप लगाया गया हैं कि पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह और उनके पुत्र की संपत्ति 1500 गुना कैसे बढ़ गई। ईडी उसकी जांच क्यों नहीं करती।चिठ्ठी में भूपेश बघेल ने कहा हैं कि रमन सिंह और उनके बेटे की अकूत संपत्ति की जांच की जाए ताकि राज्य की जनता को नान घोटाले सहित पनामा मामले में हुए भ्रष्टाचार की सारी सच्चाई पता चल सके।
ईडी को लिखी चिट्ठी में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आरोप लगाया है कि डॉक्टर रमन सिंह की संपत्ति नान घोटाले के बाद एकाएक इतनी ज्यादा बढ़ गई जिसका कोई भी साक्ष्य उनके पास नहीं है। चिट्ठी में आरोप लगाया गया हैं कि नान घोटाला रमन सिंह के कार्यकाल में घटित हुआ जिसके भ्रष्टाचार का एक बड़ा हिस्सा उनके हिस्से में भी आया। बघेल ने अपने खत में कहा कि ईडी आखिर किसके दबाव में इसकी जांच नहीं कर रही है। उल्लेखनीय हैं कि छत्तीसगढ़ राज्य नागरिक आपूर्ति निगम रायपुर में नान घोटाला प्रकाश में आया था जिसमें रमन सिंह सरकार के अनेक वरिष्ठ अधिकारियों और कर्मचारियों पर गाज गिरी थी। मगर कांग्रेस शुरू से ही ने नान घोटाले के केंद्र में रमन सिंह और उनके परिवार के लोगों को बता रही थी।
हाल ही में एक बार फिर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रमन सिंह और उनके परिवार के सदस्यों पर हमला बोला है। उन्होंने रमन सिंह और उनके परिवार की संपत्तियों में 2004 से 2015 में हुई बढ़ोत्तरी की जांच के लिए ईडी को पत्र लिखा है। माना जा रहा हैं कि बघेल द्वारा ईडी को लिखे खत से भाजपा को राजनीतिक नुकसान उठाना पड़ सकता है। छत्तीसगढ़ भाजपा में मुख्यमंत्री बघेल की चिट्ठी के बाद बड़ा संकट खड़ा हो सकता है। इसकी भारी कीमत भाजपा को आने वाले दिनों में चुकानी पड़ सकती है। भूपेश बघेल जिस तरह से डॉक्टर रमन सिंह उनके पुत्र और परिवार के खिलाफ हमलावार हो रहे है उसे देखते हुए भाजपा का कोई नेता सामने नहीं आ रहा है।
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छत्तीसगढ़ के राजनीतिक हलकों में भूपेश बघेल ईडी को लिखे खत और रमन सिंह और उनके परिवार की बेनामी संपत्तियों के ब्योरे को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है। राज्य के ही एक वरिष्ठ नौकरशाह संयुक्त सचिव उद्योग विभाग अनिल टुटेजा ने भी पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह को एक खुला पत्र लिखा है। जिसमें कहा गया हैं कि रमन सिंह नाम नान घोटाले में साजिशन उन्हें बदनाम करने का काम कर रहे है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि, अगर इस पत्र के 15 दिन बाद भी प्रवर्तन निदेशालय-ED ने जांच शुरू नहीं की तो न्यायालय में याचिका दायर की जाएगी।
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