Canada high commission- कनाडा में खालिस्तानी अलगाववादी नेता की हत्या पर भारत और कनाडा के बीच बढ़े तनाव के बीच राष्ट्रीय राजधानी में कनाडा के उच्चायोग ने बयान जारी कर कहा है कि वियना सम्मेलन के अनुसार वो उम्मीद करता है कि भारत “हमारे मान्यता प्राप्त लोगों” की सुरक्षा करेगा। बयान में ये भी कहा गया है कि भारत में उच्चायोग और सभी वाणिज्य दूतावास खुले सेवा देना जारी रखेंगे।…..canada high commission
बयान में कहा गया है कि मौजूदा माहौल को देखते हुए तनाव बढ़ गया है, हम अपने राजनयिकों की सुरक्षा के लिए कार्रवाई कर रहे हैं। कुछ राजनयिकों को सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर धमकियां मिलने के बाद, ग्लोबल अफेयर्स कनाडा भारत में अपने कर्मचारियों की संख्या का आकलन कर रहा है। बयान के मुताबिक “बहुत सावधानी बरतते हुए हमने भारत में कर्मचारियों की मौजूदगी को अस्थाई रूप से समायोजित करने का निर्णय लिया है।
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सभी जगहों पर कामकाज लगातार जारी रखने के लिए राजनयिक और स्थानीय कर्मचारी काम करते हैं।” “ग्लोबल अफेयर्स कनाडा स्थानीय कर्मचारियों सहित हमारे सभी कर्मियों की सेहत और सुरक्षा और भारत में हमारे संचालन की सुरक्षा के लिए सभी उचित उपाय करना जारी रखेगा। वियना सम्मेलन के तहत दायित्वों के सम्मान के सिलसिले में हम उम्मीद करते हैं कि भारत हमारे मान्यता प्राप्त राजनयिकों और कांसुलर अधिकारियों की सुरक्षा करेगा।”
खालिस्तानी अलगाववादी नेता की हत्या को लेकर भारत और कनाडा कूटनीतिक विवाद में उलझ गए हैं। जून में खालिस्तानी अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंटों के शामिल होने के कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के आरोपों के बाद विवाद शुरू हो गया। भारत ने मंगलवार को आरोपों को “बेतुका” और “प्रेरित” कहकर खारिज कर दिया और इस मामले में ओटावा से एक भारतीय अधिकारी को निष्कासित करने के बदले में एक वरिष्ठ कनाडाई राजनयिक को निष्कासित कर दिया। भारत ने बुधवार को कनाडा में रहने वाले अपने सभी नागरिकों और वहां की यात्रा करने का विचार करने वालों को वहां बढ़ती भारत विरोधी गतिविधियों और “राजनैतिक रूप से समर्थित” घृणा अपराधों के साथ-साथ “आपराधिक” गतिविधियों के मद्देनजर “बहुत ज्यादा सावधानी” बरतने की सलाह दी।